रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य से कई दिनो बाद एक अच्छी खबर सामने आई है. राज्य को देश में आरटीई के आधार पर गरीब बच्चो को स्कूल में दाखिला देने के मामले में चोथा स्थान मिला है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के डाइस (डिस्ट्रिक्ट इन्फार्मेंशन सिस्टम फॉर एजुकेशन) के अकडो के आधार पर इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट अहमदाबाद के आरटीई संसाधन केंद्र की रिपोर्ट के आधार पर यह छत्तीसगढ़ को चौथा स्थान दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली 44.61%, राजस्थान 39.26%, तमिलनाडु 37.75%, छत्तीसगढ़ 32.94% और उत्तराखंड 31.96% को सिटो के साथ क्रमश: पहला, दूसरा, तीसरा, चोथा और पांचवा स्थान दिया गया है|
1 अप्रैल 2010 से आरटीई राज्यों में लागु की गयी थी. जिसके बाद यह अकड़े सामने आये है. लोक शिक्षण संचालनालय के अनुसार आरटीई के तहत होने वालो दाखिलो की संख्या में लगातार वृधि हो रही है| वर्ष 2010-11 में यह संख्या 2000 थी, जो की वर्ष 2015-16 तक बढकर 44 हज़ार तक पहुच गयी है.|
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर मे 913 स्कूलों में 5116 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया था, वही अब यह अकड़े 40% गिरकर वर्ष 2015 में 3215 पर पहुच गए थे, शिक्षा अधिकारियो के अनुसार अभी प्रवेश मेला के बाद इन संख्याओ में और इजाफा हो सकते है, सरकारी स्कूलो में 1 अप्रैल से नया शिक्षा सत्र आरंभ हो रहा है|
आरटीई के तहत निशुल्क शिक्षा के लिए आवेदन 30 मई तक किये जा सकते है, 22 जून तक आवेदक छात्रों को चयनित विद्यालयों में दाखिला दे दिया जायेगा|