मुंबई : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने पत्राकर जे डे की हत्या के बारे में नया खुलासा किया है। सीबीआई का कहना है कि कभी आंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम का राइट हैंड कहा जाने वाले छोटा राजन ने जेडे की हत्या इस शक में की थी कि उसके आईएसआई या दाउद से संपर्क है। सीबीआई ने ये बातें उस चार्जशीट में कही है, जिसमें छोटा राजन का बयान दर्ज है।
राजन ने जेडे की हत्या का गुनाह भी कबूला है। पांच साल पहले हुई इस हत्या के संबंध में अब तक संशय बना हुआ था कि आखिर पत्रकार की डॉन से क्या दुश्मनी हो सकती है। छोटा राजन द्वारा सीबीआई को दिए बयान में कहा गया है कि मुझे लगा कि जेडे डी कंपनी के लिए काम कर रहा है, इसलिए मैंने उसे मरवा दिया।
जेडे अपने अंग्रेजी अखबार में मेरे खिलाफ खबरें लिखने लगा था। पहले तो मैंने उसे फोन करके विनम्रता से पूछा कि आपकी मुझसे क्या दुश्मनी है? तब जेडे ने बताया कि उसकी कोई दुश्मनी नहीं है और वे ये सब किसी के भी कहने पर नहीं कर रहा है। लेकिन जेडे अपनी ख़बरों में मेरी हिंदू डॉन के तौर पर छवि खराब कर रहा था।
जेडे मुझे बेवजह बुरा बताकर संतोष शेट्टी और दाऊद को बडा बनाने लगा था। भरत नेपाली की हत्या के संबंध में राजन ने कहा कि सारा काम संतोष शेट्टी का था, लेकिन मास्टर प्लान मेरा था। 11 जून 2011 को पवई में जेडे की हत्या हुई थी। राजन ने कहा कि उसने एक बार जेडे को लंदन में भी मिलने के लिए बुलाया था।
तब उसके किसी गुप्तचर ने उसे सूचना दी कि वो छोटा शकील के शूटर से मिलने वाला है। कुछ दिन बाद जेडे ने राजन को फोन करके कहा कि वो उससे फिलिपींस में मिलना चाहता है। लेकिन तब मैंने मना कर दिया। सीबीआई ने 400 पन्नों की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में जेडे की पत्नी और उनके दफ्तर के कुछ लोगों के बयान भी दर्ज किए गए हैं।
साथ ही एक पत्रकार और छोटा राजन की बातचीत का हिस्सा भी जोड़ा है जिसमें राजन जेडे को गद्दार कह रहा है। साल 2011 के दिसंबर में ही मुंबई पुलिस ने 3 हजार पन्नों की पहली चार्जशीट फाइल की थी, लेकिन तब छोटा राजन गिरफ्तार नहीं हुआ था। इस केस में पुलिस जिगना वोरा नाम की एक पत्रकार को भी गिरफ्तार कर चुकी है, जिसे बाद में कोर्ट से जमानत मिल गई थी।