नई दिल्ली: कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय से एम वेंकैया नायडू से उपराष्ट्रपति के लिए “192 करोड़ रुपये के एन्क्लेव” के विचार को खारिज करने का अनुरोध करते हुए कहा कि, “घमंड को नष्ट होने दें और विवेक को प्रबल होने दें.” चिदंबरम का यह बयान एक मीडिया रिपोर्ट के बाद सामने आया है, जिसमें दावा किया गया था कि सरकार ने नॉर्थ ब्लॉक और राष्ट्रपति भवन के बगल में प्रस्तावित उपाध्यक्ष के एन्क्लेव के लिए पूर्व-योग्यता बोलियां आमंत्रित करके उपराष्ट्रपति के लिए एक नया आवास बनाने की अपनी योजना को गति दी है. जिसकी अनुमानित लागत 192 करोड़ रुपये है.
चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए कहा कि, 'जिस भारत में ऊंची जगहों पर तपस्या होना चाहिए, वहां उपराष्ट्रपति के लिए 192 करोड़ रुपए का एन्क्लेव बनाया जाएगा.' पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, 'श्री वेंकैया नायडू को इस विचार को तब तक खारिज करना चाहिए, जब तक वह उपराष्ट्रपति पड़ पर हैं. यह एक और वैनिटी प्रोजेक्ट है. घमंड को नष्ट होने दें और विवेक को प्रबल होने दें. '
दरअसल, कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना (Central Vista Redevelopment Project) पर अपनी योजनाओं को स्थगित करने को कह रही है. कांग्रेस आरोप लगा रही है कि यह एक “घमंडी परियोजना” है और सार्वजनिक धन की बर्बादी है.
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