मुंबई : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि जो किसान खेती से अपनी उप जीविका चलाते हैं, ऐसे किसानों की ही कर्जमाफी की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन किसानों की वार्षिक आय 10 लाख रुपए से अधिक है, वे कर्जमाफी के दायरे से बाहर होंगे, क्योंकि ऐसे लोगों के पास आय के अन्य स्रोत भी हैं. सीएम ने यह बात रविवार को ‘मैं मुख्यमंत्री बोल रहा हूं’ कार्यक्रम में कही.
बता दें कि कार्यक्रम ‘मैं मुख्यमंत्री बोल रहा हूं’ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज किसान सम्मान योजना के तहत वर्ष 2009 से बकाएदार किसानों को डेढ़ लाख रुपए तक कर्जमाफी का लाभ दिया जाएगा. यही नहीं ओटीएस योजना में जिन किसानों का नाम काली सूची में है, ऐसे किसानों को भी नया फसल कर्ज मिलेगा. फ़िलहाल किसानों को एक लाख रुपए तक बिना ब्याज के और एक लाख से तीन लाख रुपए तक दो प्रतिशत ब्याज की दर से खेती के लिए कर्ज दिया जाता है. किसानों को इससे भी कम दर पर कर्ज मिले इसके लिए सरकार नई योजना पर विचार कर रही है.
उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तर महाराष्ट्र के करीब 15 जिलों में कृषि उत्पादकता को बढ़ाने के लिए चार हजार करोड़ रुपए के निवेश के लिए विश्व बैंक की मदद से योजना बनाई है. इसके अलावा कृषि उत्पादक कंपनियों का क्लस्टर बनाया जाएगा. इससे गांवों के छोटे-छोटे किसानों को भी आधुनिक यंत्र सामग्री मिल सकेगी.यांत्रिक खेती से उत्पादन बढ़ाया जा सकता है. सभी लोग यंत्र सामग्री खरीद नहीं सकते हैं, लेकिन किसानों को यदि किराए पर मशीनें दी जाए तो उत्पादन में वृद्धि की जा सकती है.
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