कोरोना संकट के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दावा है कि रेपिड़ टेस्टिंग के मामले में राजस्थान देश के अन्य राज्यों से आगे है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में शुक्रवार से रेपिड टेस्टिंग शुरू कर दी गई है. पहले दिन 52 लोगों को जयपुर की तोपखानादेश डिस्पेंसरी में रेपीड टेस्टिंग किट के माध्यम से जांच की गई और ये सभी नेगेटिव पाए गए.
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अपने बयान में उन्होंने कहा कि अब तक 10 हजार किट यहां पहुंच चुके हैं, आगामी दिनों में 50 हजार किट और आएंगे. पूरे प्रदेश में इन किट के माध्यम से जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि रेपिड टेस्टिंग किट से जांच रिपोर्ट पक्की नहीं होती, लेकिन कोरोना के अधिकांश लक्षण पता चल जाते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच के लिए प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर लैब स्थापित की जाएगी.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि वर्तमान में प्रदेश में 6 लैब है, शीघ्र ही सभी जिला मुख्यालयों पर लैब की स्थापना हो जाएगी. जांच क्षमता जल्द ही 10 हजार प्रतिदिन हो जाएगी. विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से बातचीत करते हुए गहलोत ने कहा कि राज्य में 30 हजार कैंप सरकार की तरफ से चल रहे हैं, जिनमें लोग रह रहे हैं. उन लोगों को भोजन-पानी सहित सभी तरह की सुविधा मुहैया कराई जा रही है.
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