भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में घोषणा की है कि 'ऐसी ग्राम पंचायत, जहां बालक-बालिकाओं की जन्म दर का अनुपात समान है, को दो लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।' इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि, 'ऐसी ग्राम पंचायत, जिसमें एक साल से विवाद न हुआ हो और न ही कोई एफआईआर दर्ज हुई हो, को भी दो लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।' बीते शुक्रवार के दिन मुख्यमंत्री ने सीहोर जिले के ग्राम खैरी सिलगेना में आयोजित कार्यक्रम में यह सभी घोषणाएं की।
जी दरअसल वह ग्राम खैरी सिलगेना में शिव यज्ञ में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा, 'प्रदेश सरकार लोगों की भलाई के लिए लगातार काम कर रही है। हम दिन-रात लोगों के विकास और कल्याण के लिए काम कर रहे हैं।' आगे अपने भाषण में उन्होंने कोरोना काल का उल्लेख करते हुए कहा, 'संकट के समय में प्रदेश सरकार ने गरीबों, किसानों, मजदूरों और जरूरतमंदों को राहत देने का काम किया है। ऐसे जरूरतमंद वर्गों के खातों में एक लाख 18 हजार करोड़ रुपए पेंशन, छात्रवृत्ति, किसान सम्मान निधि और अन्य राहत के रूप में जमा कराए गए हैं।' आगे उन्होंने कहा, 'प्रदेश में लाडली लक्ष्मी योजना के साथ ही बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया जा रहा है। बेटियों के साथ होने वाली हिंसा और अपराध को रोकने कानून बनाया गया है। अभी तक 72 लोगों को इसके तहत फांसी की सजा सुनाई गई है।' इस दौरान उन्होंने सभी से आह्वान किया कि बेटा-बेटी में फर्क न करें, दोनों एक समान हैं।
उन्होंने कहा, 'पंचायतों और स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने 50 प्रतिशत आरक्षण का ही परिणाम है कि प्रदेश में 56 प्रतिशत महिलाएं चुनाव जीतकर आईं और बेहतर ढंग से पंचायतों और निकायों को चला रही हैं।' इसी के साथ उन्होंने कहा, 'जनता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है और जन-सेवा से जो पुण्य मिलता है, उससे बड़ा कोई पुण्य नहीं है। सभी लोग पेड़ लगाएं, विशेष रूप से जब बच्चों का जन्म-दिन हो या विवाह की वर्षगांठ। साथ ही सभी विशेष अवसरों पर पेड़ लगाना चाहिए। इससे पर्यावरण में सुधार आएगा।'
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