भोपाल। प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के रविन्द्र भवन से मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के ऐप और पोर्टल लॉंच कर दिया है। सीएम ने सबसे पहले राज कुशवाह का पंजीयन किया। अब बाकी युवा भी अपना पंजीयन कर सकते हैं।
प्रदेश के युवा अपने मनपसंद विषय में पात्रता अनुसार पोर्टल पर पंजीयन करा सकेंगे। सीएम शिवराज ने अपने संबोधन में कहा कि टेंशन में मत रहो। तनाव मत लेना। आज मैं सबकी क्लास लूँगा। मेरे और आपके रिश्ते सीएम और स्टूडेंट के नहीं है। प्यार के रिश्ते है। दिलों के रिश्ते है। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ। ये स्नेह और प्रेम का रिश्ता है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि पीएम मोदी ने देश का गौरव बढ़ाया है। हमने पहला प्रयास स्कूल बनाने का किया। मैं पहले सांसद था, बच्चों से मिलता था। विदिशा ज़िले में स्कूल मिलने गया। एक बच्चे से पूछा गंगा कहा से निकली वो बोला विंध्याचल से निकली। मैंने गुरू को बुलाया बोला ऐसा क्यों वो बोले 500 रुपए में तो इतना ही होगा। ये कल्चर हमने ख़त्म किया। रेगुलर शिक्षकों को भेजा. हमने शिक्षक भेजे। हमने तय किया की उत्तीर्ण बच्चों को लैपटॉप मिले। जब मामा नहीं था, तो लैपटॉप छिन गए थे। बेटा-बेटियों को साइकिल भी देना शुरू किया।
साथ ही कहा अलग-अलग ज़िलों में ग्लोबल स्किल सेंटर बना रहे है। कुछ लोग कहते है हम बेरोज़गारी भत्ता देंगे। इतने बैरियर लगा देते है और पाँचवे साल में भत्ता देने के लिए आते है. हमने तय किया है कि ये हिंदुस्तान में पहली ऐसी योजना है। हर इंटर्नशिप मिलाकर 700 काम है। जिसकी जैसी योग्यता है, इसकी सूची आप तक आयेंगी। 10,432 संस्थानों ने पंजीकरण कर लिया है। इसके लिए मैं अभियान चलाऊँगा। प्रदेश के बाहर भी जाना चाहते है वहाँ भी भेजेंगे। 34 हज़ार वाकेंसी क्रिएट हो चुकी है।
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