भोपाल: MP से बेटियों के लापता होने से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैरान है. हाल ही में उन्होंने इस बारे में बात की है. उनका कहना है इस मामले में गंभीर कार्रवाई की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में कहा कि, बेटियों का लापता होना चिंता का विषय है। गुम हुई बेटियों को लाना, प्राथमिकता में शामिल हो। यह सभी बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में एक उच्चस्तरीय बैठक में कही। जी दरअसल वह प्रदेश से लापता हुई बालिकाओं के संबंध में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, 'लापता बालिकाओं की बरामदगी संख्या बढ़ाएं।'
इसके आलावा उन्होंने गत कुछ माह में महिला अपराधों में आई कमी के लिए पुलिस को बधाई भी दी। इस दौरान बातचीत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 'ऐसा सिस्टम बनाएं कि जिले से कार्य, रोजगार आदि के लिए बाहर जाने वाली बेटी का पूरा रिकॉर्ड हो। उनके पास कोई नंबर हो, जिससे वे शिकायत कर सकें। ऐसी व्यवस्था हो कि कार्य के लिए जिले से बाहर जाने पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य हो।' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, 'लापता बच्चों में बेटों की तुलना में बेटियों की संख्या दोगुनी होने से स्पष्ट संकेत है कि बेटियों का गुम होना सामान्य नहीं है।'
इस दौरान पुलिस महानिदेशक जौहरी ने बताया कि 'बालिकाओं या युवतियों के लापता होने के पीछे के प्रमुख कारणों में उनका बिना बताए घर से जाना या नाराज होकर भागना और बिना बताए प्रेमी के साथ भागना शामिल है। ग्रामीण क्षेत्र से मजदूरी के नाम पर पलायन होता है। इसमें श्रम विभाग की कार्रवाई आवश्यक होगी। इसका रिकॉर्ड रखा जाए कि कांट्रेक्टर उन्हें कहां और किस कार्य से ले जा रहे हैं।'
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