भोपाल: मध्य प्रदेश में अब भी स्कूल नहीं खुलने वाले हैं। जी दरअसल इस बारे में जानकारी खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी है। इस जानकारी को देते हुए उन्होंने कहा है, ''कोरोना की तीसरी लहर की संभावना बनी हुई है। जब तक यह खत्म नहीं होती तब तक स्कूल नहीं खुलेंगे।'' इसी के साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि, ''इस साल ट्यूशन फीस नहीं बढ़ाई जाएगी।'' जी दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते सोमवार को महिला सशक्तिकरण और बाल कल्याण पर मंत्री समूह की बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्कूल खोलने को लेकर विभाग के प्लान पर एक प्रेजेंटेशन भी देखा, जिसमें तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर चिंता ज़ाहिर की गई थी। यह देखने के बाद मुख्यमंत्री ने तीसरी लहर की संभावनाएं खत्म होने तक स्कूलों को नहीं खोलने का फैसला लिया।
उन्होंने कहा कि, ''अभी तीसरी लहर की संभावनाओं के कारण हम स्कूल खोलने का फैसला नहीं कर पा रहे हैं। बच्चों की जिंदगी खतरे में नहीं डाल सकते। स्कूलों में शिक्षकों की सैलेरी का सवाल है। पालकों की दिक्कतों का सवाल है। पालक शिकायत कर रहे हैं कि पढ़ाई नहीं हो रही और फीस बढ़ा दी गई।'' आगे उन्होंने कहा, 'हमने पिछले साल फैसला किया था, मेरे साफ और स्पष्ट निर्देश हैं कि स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा कोई फीस नहीं लेंगे और स्कूल बीते साल के मुकाबले ट्यूशन फीस नहीं बढ़ाएंगे। कलेक्टर इसका ठीक से पालन कराएं। लेकिन हमारी प्राथमिकता है कि तीसरी लहर को न आने दें।'
इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि,'' शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में महिलाओं को कमतर बताने वाले अंशों को तत्काल हटाया जाएगा। पाठ्यक्रमों का ऑडिट करके उन्हें जेंडर न्यूट्रल बनाने का काम किया जाए। महिला अधिकारियों कर्मचारियों के पद नाम के लिए उपयोग की जाने वाली शब्दावली में भी समानता का भाव लाया जाएगा। शिक्षिका/प्राचार्या के स्थान पर महिला पुरुषों के लिए समान शब्दावली जैसे शिक्षक, प्राचार्य पदनाम का उपयोग किया जाएगा।''
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