मुंबई: मुंबई पुलिस ने चाइल्ड ट्रैफिकिंग करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है, पुलिस ने इस गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक ये गिरोह अब तक 300 बच्चों को अमेरिकी में रहने वाले खरीदारों को बेच चुका था. बच्चों की कीमत के बारे में भी बड़ा खुलासा हुआ है, पुलिस ने बताया है कि हर बच्चे की कीमत 45 लाख रुपये लगाई जाती है.
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पुलिस अधिकारीयों ने बताया है कि इन बच्चों की उम्र लगभग 11 से 16 वर्ष के बीच होती थी और अधिकतर बच्चे गरीब परिवार से होते थे. पुलिस के अनुसार गरीबी के कारण अपने बच्चों का लालन-पालन कर सकने में असमर्थ होने से माता-पिता बच्चों को बेच देते थे, जिन्हे इस गिरोह द्वारा खरीद लिया जाता था, कुछ बच्चे ऐसे भी होते थे, जिन्हे गिरोह द्वारा बहला-फुसलाकर या अपहरण करके लाया जाता था.
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एक रिपोर्ट के मुताबिक इस गिरोह का सरगना गुजरात का रहने वाला है, उसका नाम राजुभाई गमले वाला है और उसकी उम्र लगभग 50 वर्ष है, ये गिरोह बच्चों को खरीदने के बाद ऐसे लोगों को ढूंढता जो अपने बच्चों का पासपोर्ट किराए पर दे सकें, फिर ख़रीदे हुए बच्चों का मेकअप करके उन्हें दूसरे बच्चों के पासपोर्ट पर अमेरिका भेज दिया जाता और पासपोर्ट वापिस उसके असली स्वामी को दे दिया जाता था. हालाँकि, अमेरिका में इन बच्चों के साथ क्या किया जाता था, इस बात की जानकारी अभी प्राप्त नहीं हो पाई है, पुलिस गिरोह के सरगना से पूछताछ कर रही है.
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