नई दिल्ली: भारत सरकार जल्द ही बीमारियों से ग्रसित 12 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू कर सकती है। हालांकि, पूरी तरह से स्वस्थ बच्चों को फिलहाल इसका लाभ मिलने की उम्मीद नहीं है। कोविड-19 टीकाकरण पर सरकार को एडवाइज देने वाली कमेटी के अनुसार, इस समय देश में 40 करोड़ बच्चे हैं। सभी का टीकाकरण शुरू किया जाता है तो पहले से चल रहे 18+ का टीकाकरण प्रभावित होगा।
कमिटी के अनुसार, पहले वयस्कों का टीकाकरण होना जरूरी है, नहीं तो आने वाले वक़्त में देश में फिर वैसे ही हालत पैदा हो सकते हैं, जब लोगों को अस्पताल में बेड के लिए भटकना पड़ा था। बच्चों के टीकाकरण पर कमेटी ने राय दी है कि अभी 12 साल से अधिक आयु के उन बच्चों का टीकाकरण किया जाए, जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं। कमेटी का मानना है कि प्रत्येक बच्चे को स्कूल भेजने से पहले उसके वैक्सीनेशन की आवश्यकता नहीं है।
कमेटी के प्रमुख एनके आरोड़ा ने बताया कि पूरी तरह से स्वस्थ बच्चों को अभी टीकाकरण के लिए प्रतीक्षा करना होगा। अरोड़ा ने कहा कि इस समय सभी बच्चों का टीकाकरण शुरू करने से वर्तमान में चल रहा वैक्सीनेशन अभियान और पिछड़ जाएगा और युवाओं के साथ बुजुर्गों को वैक्सीन डोज न लगने पर अस्पताल में संक्रमितों की तादाद बढ़ने लगेगी।
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