जो बच्चे छोटे है और कोई गेजेट्स का इस्तेमाल कर रहे है तो उनके लिए बुरी खबर है. एक रिसर्च में बात सामने आई है कि जिनके बच्चे स्मार्टफोन, टैबलेट और कोई अन्य उपकरण पर अधिक समय व्यतीत करने से आपके बच्चे के स्पीच डेवलपमेंट में रुकावट आती है या देरी से होती है.
इस रिसर्च में छह माह से दो वर्ष तक के 894 बच्चों को शामिल किया गया था. बच्चो के माता-पिता के अनुसार 18 महीने तक कि इस जाँच में लगभग 20 प्रतिशत बच्चों ने औसतन 28 मिनट तक इन गेजेट्स का इस्तेमाल किया. इस स्टडी में रिसर्चर ने पाया कि माता-पिता ने बच्चो के गेजेट्स इस्तेमाल करने की जो अवधि बताई, उतना ही फर्क उन बच्चो के स्पीच डेवलेपमेंट में आया.
इस रिसर्च में पाया गया कि स्क्रीन टाइम में हर 30 मिनट की देरी पर स्पीच डेवलेपमेंट में देरी का खतरा 49 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. इसलिए जितना हो सके बच्चो को इन गेजेट्स से दूर ही रखे, इससे न दिमागी विकास में रुकावट आएगी बल्कि आँखों की रौशनी भी कमजोर होती है.
ये भी पढ़े
मिड ब्रेन एक्टिव होने से बच्चे बनते है आलराउंडर
बिल्ली पालने से मन रहता है स्वस्थ
बदलते मौसम में खाये ये ख़ास आहार