निमोनिया और डायरिया जैसी बीमारिया इन दिनों देशभर में फ़ैल रही है और ये लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. इस बिमारी की चपेट में हर साल काफी लोग आते है जिसमे बच्चे भी शामिल रहते हैं. वहीं भारत में भी इन बीमारियों के जरिए होने वाली मौतों की संख्या लाखों में है. हाल ही में एक नई रिपोर्ट सामने आई है जिसमें इसके टीकाकरण की भारत में सबसे कम होने की बात सामने आई है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों में डायरिया का प्रमुख कारण माने जाने वाले रोटावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारत में टीकाकरण उन 15 देशों में सबसे कम है जिन्होंने इसे पिछले साल शुरू किया था. ये सभी बाते एक ताजा रिपोर्ट में सामने आई है. इस रिपोर्ट के तहत निमोनिया और डायरिया की चपेट में आने से मरने वाले बच्चों की संख्या भी लाखों में दर्ज की गई है.
सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 'भारत में 2016 में निमोनिया और डायरिया से पांच साल से कम उम्र के 2.6 लाख से अधिक बच्चों की मौत हो गई.' रिपोर्ट में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि उसके साथ 15 देशों में स्वास्थ्य प्रणाली को यह सुनिश्चित करने में पिछड़ा बताया गया है कि अधिक से अधिक संवेदनशील बच्चों को रोकथाम और उपचार सेवाएं मिल सकें. आपकी जानकारी के लिए बता दें दुनियाभर में निमोनिया और डायरिया से पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौत के 70 फीसदी मामले भारत में दर्ज किए गए.
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