इन वेज फूड्स से मजबूत बनेंगी बच्चों की हड्डियां, जानिए एक्सपर्ट्स की राय

इन वेज फूड्स से मजबूत बनेंगी बच्चों की हड्डियां, जानिए एक्सपर्ट्स की राय
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बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उनके शुरुआती जीवन के चरण अत्यधिक महत्वपूर्ण होते हैं। अगर इस समय उनकी शारीरिक वृद्धि सही हो, तो यह उनके भविष्य की सेहत को मजबूत आधार प्रदान करता है। बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ उनकी शारीरिक सेहत पर ध्यान देना बेहद जरूरी है, और इस संदर्भ में सबसे महत्वपूर्ण होता है उनकी हड्डियों को मजबूत बनाना। हड्डियों की मजबूती न केवल बच्चों की लंबाई बढ़ाने में मदद करती है, बल्कि उन्हें अन्य शारीरिक गतिविधियों में भी सक्षम बनाती है।

बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम एक प्रमुख भूमिका निभाता है। कैल्शियम न केवल हड्डियों के विकास में सहायक होता है, बल्कि यह दांतों की सेहत के लिए भी जरूरी है। बच्चों को उनके आहार में कैल्शियम से भरपूर चीजें शामिल करनी चाहिए ताकि उनके हड्डियों और दांतों का विकास बेहतर हो सके। इस लेख में, हम बच्चों की डाइट में कैल्शियम की महत्ता, इसके स्रोत और इसे सही मात्रा में देने के महत्व पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

कैल्शियम की कमी के प्रभाव
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि बच्चों के शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे भविष्य में कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। कुछ सामान्य समस्याएं जैसे कि दांतों का जल्दी गिरना, हड्डियों का टेढ़ा होना, फ्रैक्चर होने की संभावना अधिक होना, और लंबे समय तक चलने वाली हड्डियों से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।

कैल्शियम की कमी से बच्चों में "रिकेट्स" जैसी स्थिति भी हो सकती है, जो हड्डियों को कमजोर और विकृत कर देती है। इस स्थिति में हड्डियों का सामान्य विकास नहीं हो पाता है, और वे आसानी से टूटने योग्य हो जाती हैं। इसके अलावा, कमजोर हड्डियों के कारण बच्चे शारीरिक खेल-कूद में उतने सक्रिय नहीं रह पाते, और उनका आत्मविश्वास भी कम हो सकता है।

कैल्शियम की आवश्यकता और सही मात्रा
बच्चों के विकास के दौरान, उनके शरीर को प्रतिदिन एक निश्चित मात्रा में कैल्शियम की जरूरत होती है। नवजात शिशुओं से लेकर किशोरावस्था तक, हर उम्र के बच्चों के लिए कैल्शियम की आवश्यक मात्रा अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए, 1 से 3 साल के बच्चों के लिए प्रतिदिन लगभग 500 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है, जबकि 4 से 8 साल के बच्चों के लिए यह मात्रा बढ़कर 800 मिलीग्राम हो जाती है। किशोरावस्था के दौरान, जब बच्चों की लंबाई और मांसपेशियों का विकास तेजी से होता है, उनके शरीर को प्रतिदिन लगभग 1300 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है।

कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ
कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए बच्चों के आहार में कुछ विशेष खाद्य पदार्थों को शामिल करना जरूरी होता है। कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाने के लिए पौष्टिक और संतुलित आहार का सेवन महत्वपूर्ण है। यहां कुछ प्रमुख शाकाहारी खाद्य पदार्थों की सूची दी जा रही है, जिन्हें आप बच्चों की डाइट में शामिल कर सकते हैं:

1. हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी होती हैं और इनमें कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इंडियन मेडिकल काउंसिल रिसर्च के अनुसार, 100 ग्राम हरी पत्तेदार सब्जियों में लगभग 279.3 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। पालक, सरसों के पत्ते, मेथी और बथुआ जैसी सब्जियां कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत मानी जाती हैं। हालांकि, इन सब्जियों का सही लाभ उठाने के लिए उन्हें सही तरीके से पकाना भी आवश्यक है, क्योंकि सही पकाने से इनमें मौजूद कैल्शियम आसानी से शरीर में अवशोषित हो सकता है।

2. डेयरी उत्पाद
दूध और उससे बनने वाले डेयरी उत्पाद कैल्शियम का सबसे बड़ा और आसानी से उपलब्ध स्रोत माने जाते हैं। दूध, दही, पनीर और छाछ जैसे डेयरी उत्पाद बच्चों की हड्डियों के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। 100 ग्राम डेयरी उत्पादों में लगभग 755 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। दूध में मौजूद कैल्शियम बच्चों के दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसलिए, बच्चों की डाइट में नियमित रूप से दूध, दही और पनीर जैसी चीजों को शामिल करना चाहिए।

3. नट्स और बीज
ड्राई फ्रूट्स और नट्स भी कैल्शियम का एक महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं। बादाम, अखरोट, काजू, और किशमिश जैसे नट्स न केवल हड्डियों के लिए बल्कि मस्तिष्क के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं। 100 ग्राम मिक्स्ड नट्स में लगभग 211 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। इन्हें रोजाना सुबह भिगोकर खाने से बच्चों की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, तिल के बीज और चिया सीड्स भी कैल्शियम से भरपूर होते हैं, जिन्हें बच्चों के आहार में शामिल किया जा सकता है।

4. दालें और फलियां
दालें और फलियां भी कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत मानी जाती हैं। मूंग दाल, मसूर दाल, और चना दाल जैसे विभिन्न प्रकार की दालें बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करती हैं। इसके अलावा, सफेद चने, राजमा, और सोयाबीन भी कैल्शियम से भरपूर होते हैं, जो हड्डियों के विकास के लिए फायदेमंद होते हैं।

कैल्शियम के अवशोषण में विटामिन D का महत्व
कैल्शियम को शरीर में सही तरीके से अवशोषित करने के लिए विटामिन D की जरूरत होती है। विटामिन D शरीर को कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है। सूरज की रोशनी विटामिन D का सबसे अच्छा स्रोत मानी जाती है। इसलिए, बच्चों को सुबह की धूप में कुछ समय बिताने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, विटामिन D युक्त खाद्य पदार्थ जैसे अंडे की जर्दी, मशरूम और फोर्टिफाइड मिल्क का सेवन भी लाभकारी होता है।

बच्चों की अच्छी सेहत और विकास के लिए कैल्शियम का सही मात्रा में सेवन अत्यंत आवश्यक है। शाकाहारी खाद्य पदार्थों में भी कैल्शियम की प्रचुरता होती है, जिनका सही तरीके से सेवन करने से बच्चों की हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं। साथ ही, कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन D की भूमिका भी अहम होती है, इसलिए बच्चों को कैल्शियम और विटामिन D दोनों का संतुलित सेवन कराना जरूरी है।

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