बीजिंग: चीन ने भारत से सुअर या जंगली सुअर से सम्बंधित किसी भी उत्पाद के आयात पर रोक लगाने का फैसला किया है। उसकी तरफ से कहा गया है कि अफ्रीकन स्वाइन फीवर (ASF) से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है। आधिकारिक मीडिया ने इस सम्बन्ध में जानकारी दी कि संबंधित मंत्रालयों की तरफ से इस हेतु नोटिस जारी किया गया है। हालांकि, इसे लद्दाख में भारत और चीन के बीच LAC पर जारी गतिरोध से भी जोड़कर देखा जा रहा है। चीन भारत पर वहां अवैध निर्माण का इल्जाम लगा रहा है।
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में इस महीने के शुरु में स्वाइन फीवर का पहला मामला असम से सामने आया था। मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि वर्ष की शुरुआत से सुअरों को इलाज की आवश्यकता हो गई है और इनके मरने के केस बढ़ते जा रहे हैं। यह बीमारी पहले चीन के लिआओनिंग प्रांत में अगस्त 2018 में पाई गई थी। इसके बाद से 2019 में पोर्क के दाम औसतन 51.77 युआन (USD 7.10) प्रति किलो हो गई थी। चीन की अधिकतर आबादी के लिए पोर्क अहम आहार है।
आपको बता दें कि बीते कई दिनों से भारत और चीन के बीच रिश्तों में कुछ तनाव आया है। चीन आरोप लगा रहा है कि भारत ने लद्दाख में अवैध निर्माण कराया है और उसने लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर अपने सैनिक तैनात कर रखे हैं। इस बीच, अमेरिका भी इसमें कूद गया है और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कराने को तैयार हैं। हालांकि, भारत ने उन्हें स्पष्ट इनकार कर दिया है और कहा कि चीन के साथ बातचीत जारी है।
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