बीजिंग. भारत का पड़ोसी देश चीन आमतौर पर दुनिया भर में अपनी तेज प्रगति और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता है और पिछले कुछ समय से वो अपने महत्वकांशी स्पेस मिशन को लेकर बेइंतेहा पैसा भी खर्च कर रहा है. चीन के कई नेता और उद्योगपति भी कई मौके पर यह कहते पाए गए है कि अंतरिक्ष विज्ञानं और स्पेस तोपूरिस्म के छेत्र में चीन जल्द ही दुनिया भर में सबसे ऊपर आ जायेगा.
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लेकिन इस दिशा में अब चीन को एक बड़ा झटका लगा है. दरअसल चीन ने आज अपने पहले निजी राकेट को अंतरिक्ष में भेजने का प्रयास किया था. लेकिन उसे अपने इस पहले ही प्रयास में भारी असफलता का सामना करना पड़ा है. यह राकेट चीन की राजधानी बीजिंग में स्थित लैंडस्कैप कंपनी का विमान था. इस कंपनी ने कल (शनिवार) देर रात जेडक्यू-1 नामक अपने राकेट को अंतरिक्ष में भेजने की प्रक्रियां शुरू की थी.
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यह राकेट अपने पहले और दूसरे चरण को पूरा करने तक सामान्य रूप से काम कर रहा, लेकिन तीसरे और अंतिम चरण में आते-आते इस राकेट के इंजिन में कुछ गड़बड़ी हो गई थी. इस वजह से यह राकेट अंतरिक्ष में नहीं पहुंच सका और इसी समंदर में ही गिरना पड़ा था. उल्लेखियाँ है कि यह चीन की किसी भी निजी कंपनी द्वारा बनाया गया अब तक का पहला तीन स्तरीय रॉकेट था.
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