बीजिंग : आतंकी कदमों की बढ़ती चाल और विश्व समुदाय के लिए एक बड़े खतरे के तौर पर इस्लामिक आतंकवाद के उभरने के बाद भी चीन भारत के खिलाफ पाकिस्तान का साथ देकर अपना रणनीतिक हित साधने में लगा है। दरअसल चीन ने जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए हमले के बाद कश्मीर के मसले पर चिंता जताई। उसने अपील की है कि दोनों देशों भारत और पाकिस्तान के बीच मतभेद को चर्चा द्वारा हल किया जाए।
इस मामले में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग नेे उरी में सेना के शिविर पर आतंकी हमले में शहीदों व घायलों को लेकर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने शहीदों के परिवार के प्रति भी सहानुभूति व्यक्त की। उनका कहना था कि वे इस तरह के हमले से आश्चर्यचकित हैं।
गौरतलब है कि चीन ने आतंकी संगठ जैश ए मोहम्मद पर प्रतिबंध लगाए जाने की यूएन में भारत की मांग का विरोध किया था। ऐसे में लू कांग जैश ए मोहम्मद का नाम लेने से बचते नज़र आए। उन्होंने कहा कि चीन हर तरह के आतंकवाद का विरोध कर रहा है। वह कश्मीर में तनाव की स्थिति से परेशान है। वह मानता है कि भारत और पाकिस्तान को यह मसला चर्चा से सुलझाना चाहिए।