बीजिंग: पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ती जा रही कोरोना वायरस की समस्या से आज के समय में हर कोई परेशान है वहीं इस वायरस के बढ़ते प्रकोप और महामारी की चपेट में आने से आज न जाने ऐसे कितने लोग है जिनकी जाने जा चुकी है, इतना ही नहीं इस वायरस की चपेट में आने कर रोज लाखों की तादाद में लोग संक्रमित हो रहे है, वहीं कोरोना वायरस से दुनियाभर में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है जिसके कारण आज पूरा मानवीय पहलू तबाही की छोर पर आ खड़ा हुआ है. आज इस वायरस की चपेट में आने से 3 लाख 13 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. और अब भी इस बात को खुलकर नहीं कहा जा सकता है कि इस वायरस से कब तक निजात मिल पाएगा और हालात ने कब सुधार होगा. वहीं चीन के पूर्वोत्तर के एक शहर में रहने वाले करीब आठ हजार लोगों को कोविड-19 के क्लस्टर संक्रमण के बाद क्वारंटीन कर दिया गया है. उत्तर-पूर्व चीन के जिलिन प्रांत के शहर शूलान में एक कपड़े धोने वाली महिला के संक्रमित होने और उसके जरिए 11 अन्य लोगों में संक्रमण फैलने के मद्देनजर ऐसा किया गया है. वहां के स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि इस मामले ने कोरोना के कारण होने वाले जोखिम को निम्न से बढ़ाकर मध्यम कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिलिन में चार मामलों की पुष्टि हुई है. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया है कि शुक्रवार तक प्रांत में कुल 121 स्थानीय लोग संक्रमित थे. जिनमें से एक की मौत हुई और 92 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. शूलान शहर में पुष्टि किए गए मामलों के चलते न्यूक्लिक एसिड परीक्षण के दायरे को विस्तार दे दिया गया है. गुरुवार से शुक्रवार तक जिलिन में 13,166 लोगों के न्यूक्लिक एसिड के नमूने एकत्र किए गए और 6,195 परीक्षण किए गए हैं. बता दें कि बीते दिनों में चीन में कोविड-19 के मामलों की संख्या में गिरावट आई है, लेकिन नए क्लस्टर संक्रमणों ने संक्रमण की दूसरी लहर की आशंकाओं को हवा दे दी है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने शनिवार को एक बयान में कहा कि चीन में 15 मई को कोविड-19 के आठ नए मामलों की सूचना मिली है. वुहान शहर में बड़े पैमाने पर लोगों की जांच शुरू हुई है, जहां से यह प्रकोप शुरू हुआ था. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बताया कि शुक्रवार को सामने आए कोविड-19 के आठ नए पुष्ट मामलों में से छह ऐसे लोग हैं, जो बाहर से आए हुए हैं.
वुहान शहर के अधिकारियों ने कहा कि आठ अप्रैल के बाद पहली बार क्लस्टर संक्रमण के कारण सभी निवासियों का कोरोना वायरस का परीक्षण किया जा रहा है. शहर से लॉकडाउन को हटा दिया गया था. रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि कतार में खड़े कई लोग ने सामाजिक दूरी का पालन करते नहीं दिखे और ना ही वहां किसी अधिकारी ने इस बात के लिए जोर डाला.
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