बीजिंग: हाल ही में चीन ने दो शक्तिशाली समुद्री विध्वंसक पोत का जलावतरण किया. वह हिंद महासागर में जिबूती नौसैनिक अड्डे पर बहुत बड़ा गोदी बना रहा है ताकि अपने विमान वाहक पोतों को वहां रख सके. सरकारी मीडिया ने 2019 को चीन की सेना के लिए ‘ईयर ऑफ हार्वेस्ट’ करार दिया है जिस दौरान उसने काफी संख्या में आधुनिक हथियार जुटाए हैं. हम आपको बता दें कि चीन हर महीने अपने बेड़े में नौसैनिक पोत जोड़ रहा है. सरकारी ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने बीते सोमवार को इस बात की सूचना दी कि चीन ने शुक्रवार को अपने 6 टाईप 055 और 23वें टाईप 052डी गाइडेड मिसाइल विध्वंसक लांच किए थे. ये पोत करीब दो वर्षों में संचालन के लिए तैयार होंगे. सैन्य नीतियों में 2013 में बदलाव करने के बाद से सेना ने तीन लाख सैनिक कम किए हैं और चीन के प्रभाव का विस्तार करने और वैश्विक पहुंच बढ़ाने के लिए नौसेना का व्यापक विस्तार किया जा रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विमान वाहक पोतों के अभियान में देरी से कदम रखने वाले चीन ने 17 दिसंबर को अपने दूसरे विमान वाहक पोत शैनडांग को लांच किया, जो पहले लेओनिंग के मुकाबले बड़ा है. वहीं लेओनिंग सोवियत समय का पुनर्निर्मित जहाज है जिसे 2012 में चीनी नौसेना में शामिल किया गया था. आधिकारिक मीडिया के अनुसार इस बात का पता चला है कि शैनडांग पर 36 लड़ाकू विमान तैनात हो सकते हैं और हेलीकॉप्टरों को भी इस पर तैनात किया जा सकता है जबिक लेओनिंग पर 24 लड़ाकू विमान तैनात किए जा सकते हैं.
जानकारी मिली है कि चीन आगामी वर्षों में 5 से 6 विमान वाहक पोत हासिल करने की योजना बना रहा है. इस बीच चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने पुष्टि की है कि चीन जिबूति में 400 मीटर लंबा गोदी बना रहा है ताकि अपने विमान वाहक पोतों को वहां रख सके. उन्होंने कहा कि संबंधित सुविधाओं पर काम योजनाबद्ध तरीके से चल रहा है.
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