बिश्केक: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में चल रहे SCO सम्मेलन से अलग हुई बातचीत के दौरान पीएम मोदी से कहा है कि भारत और चीन एक-दूसरे के लिए खतरा नहीं हैं. इसके साथ ही जिनपिंग ने दोनों देशों के बीच करीबी विकास साझेदारी को प्रोत्साहित करने के भारत के प्रयासों में शामिल होने की इच्छा जाहिर की.
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ जीत के बाद दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी और राष्ट्र्पति शी की यह पहली मुलाकात है. चीन के विदेश मंत्रालय ने बीजिंग में जारी किए गए एक बयान में कहा है कि राष्ट्रपति शी ने पीएम मोदी से कहा कि भारत और चीन को मतभेदों से सही तरह से निपटते हुए आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए. इसके साथ ही जिनपिंग ने वॉर्डर पर स्थिरता बनाए रखने के लिए विश्वास बहाली के कदम उठाने की बात भी कही.
जिनपिंग ने कहा कि, ‘दोनों देशों के बीच करीबी विकास साझेदारी को प्रोत्साहित करने के लिए चीन लगातार भारत के साथ मिलकर काम करने को तत्पर है.’ सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बयान के हवाले से यह जानकारी दी है, उन्होंने दोनों देशों से इस मूल सिद्धांत पर अमल करने को कहा है कि ‘चीन और भारत एक-दूसरे को विकास का मौका देते हैं, और एक-दूसरे के लिए कोई खतरा नहीं हैं.’
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