नई दिल्ली: कोरोना वायरस की उत्पत्ति के सिलसिले में नए सिरे से जांच की मांग के बीच चीनी रिसर्चर्स ने बड़ा दावा किया है. उन्होंंने चमगादड़ों में नए कोविड-19 के बैच का पता लगाने की बात कही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चमगादड़ों में पाए गए नए कोरोना वायरस में एक ऐसा वायरस भी शामिल है, जो आनुवांशिक तौर पर कोविड-19 का दूसरा सबसे करीबी हो सकता है. उनका कहना है कि चीन के दक्षिण-पश्चिमी में खोज से केवल इतना पता चलता है कि चमगादड़ों में कितने तरह के कोरोना वायरस हैं और कितने लोगों में फैलने की क्षमता रखते हैं.
सेल नामक पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट में शनडांग यूनिवर्सिटी के रिसचर्स ने कहा कि, "चमगादड़ की 23 प्रजातियों से अध्ययन के लिए 411 सैंपल लिए गए. उसके बाद चमगादड़ के मूत्र, मल और मुंह से प्राप्त सैम्पल्स को जांचा गया. सैंपल जंगल में रहने वाले छोटे चमगादड़ों से मई 2019 और नवंबर 2020 के बीच लिए गए थे. स्टडी के दौरान हमने पाया कि चार वायरस SARS-CoV-2 के समान थे." चीनी शोधकर्ताओं के अनुसार, वायरसों में से एक आनुवांशिक रूप से SARS-CoV-2 वायरस के करीब था, जो वर्तमान में कोविड-19 महामारी का कारण बन रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि, "ये स्पाइक प्रोटीन पर आनुवांशिक अंतर को छोड़कर SARS-CoV-2 का सबसे करीबी वैरिएंट हो सकता है." रिसर्चर्स का कहना है कि जून 2020 में थाईलैंड से एकत्रित किए गए SARS-CoV-2 संबंधित वायरस के साथ, ये रिजल्ट स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि SARS-CoV-2 से नजदीकी वायरस चमगादड़ की आबादी में प्रसारित होते रहे हैं, और कुछ क्षेत्रों में अपेक्षाकृत अधिक हो सकते हैं.
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