बीजिंग: चीन में उइगर मुसलमानों पर प्रताड़ना और अत्याचार की कहानी धीरे धीरे दुनिया के समक्ष उजागर हो रही है. शिनजियांग प्रांत में चीन मुस्लिम आबादी को कम करने के लिए लगातार अत्याचार कर रहा है. चीन के इन करतूतों को सामने लेकर आए हैं जर्मनी के मशहूर मानव विज्ञानी डॉ. एड्रिन जेंज. डॉ. एड्रिन जेंज ने चीनी सरकार के लीक हुए डाक्यूमेंट्स को स्टडी किया है. ये डाक्यूमेंट्स मंडेरिन भाषा में हैं. इसके आधार पर उन्होंने दावा किया है कि चीन द्वारा बनाए गए कथित रि एजुकेशन कैंप में लगभग 18 लाख उइगर मुसलमानों को कैद करके रखा गया है.
चीन मुस्लिम जनसँख्या कम करने के लिए दमनकारी नीतियां अपना रहा है. चीन की सरकारी डेटा, राज्य सरकार के डाक्यूमेंट्स और भूतपूर्व बंदियों से बातचीत करने के बाद डॉ. एड्रिन जेंज ने एक रिपोर्ट बनाई है. इस रिपोर्ट के निष्कर्ष बताते हैं कि चीन की सरकार देश के अल्पसंख्यक मुस्लिमों के खिलाफ जनसांख्यिकीय और सांस्कृतिक संहार की मुहीम चला रही है.
इस रिपोर्ट की दास्तान इतनी भयवाह है कि इसकी चर्चा दुनिया भर में हो रही है. इसके तथ्य अखबारों की सुर्खियां बन रहे हैं. दुनिया के नेताओं ने इस मामले में चीन के खिलाफ यूनाइटेड नेशंस के नेतृत्व में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. यूरोपियन यूनियन, ऑस्ट्रेलियन, उत्तरी अमेरिका और जापान के नेताओं की अगुवाई में बने एक संगठन इंटर पार्लियामेंट्री अलायंस ऑन चाइना ने इस मामले में यूनाइटेड नेशंस से स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की है.
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