बीजिंग: कोरोना महामारी के बीच अपने पड़ोसियों की जमीन पर नजर गड़ाए बैठे चीन की आक्रामता एक बार फिर बढ़ने लगी है। इस बार चीन ने एक के बाद एक अपने 8 फाइटर जेट्स को ताइवान की तरफ भेजा है। ताइवान रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, चीन के कुल आठ लड़ाकू विमान और जासूसी विमानों ने सोमवार को देश के हवाई रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) का उल्लंघन किया।
राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (MND) के मुताबिक, एक Y-8 शानक्सी एंटी-पनडुब्बी हवाई जहाज, एक शानक्सी Y-8 टोही विमान, दो सुखोई-30 (Su-30) फाइटर जेट, दो शेनयांग J-16 फाइटर जेट्स, और दो चेंगदू जे-10 फाइटर जेट सोमवार को ताइवान के हवाई क्षेत्र में दाखिल हो गए। यह 16 सितंबर से ताइवान के हवाई क्षेत्र का अतिक्रमण करने वाले विमानों की तीसरी सबसे बड़ी तादाद है। जवाब में ताइवान की वायु सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (PLAAF) के विमान को रोकने के लिए अपने फाइटर जेट्स को उतारा। उन्होंने इन विमानों को वापस जाने के लिए रेडियो चेतावनी भी प्रसारित की और अपने वायु रक्षा मिसाइल सिस्टम के साथ विमानों की चाल पर निगाह रखी।
वाई-8 विमानों ने अलग-अलग मौकों पर घुसपैठ की, जबकि एसयू-30, जे-16 और जे-10 फाइटर जेट की जोड़ी ने विभिन्न मिशन पर एक साथ उड़ान भरी, जिससे सोमवार को ताइवान के एडीआईजेड में PLAAF सॉर्ट की कुल तादाद पांच आई। सभी घुसपैठें ताइवान के हवाई क्षेत्र के दक्षिण-पश्चिम कोने में हुईं, जो समुद्र का एक क्षेत्र है और ताइवान के Dongsha Islands के नजदीक है।
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