इस्लामाबाद: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा राज्य में स्थित तरबेला बाँध की क्षमता बढ़ाने के प्रोजेक्ट (तरबेला T5 एक्स्टेंशन) पर चीन की सरकारी पावर कंस्ट्रक्शन कम्पनी ऑफ़ चाइना (PCCC) ने काम रोक दिया है। यह फैसला हाल ही में पाकिस्तान में चीन के इंजीनियरों पर हुए आत्मघाती हमले के बाद लिया गया है। इस हमले में पांच चीनी इंजीनियर मारे गए थे। PCCC ने कहा है कि जब तक सुरक्षा की स्थिति में सुधार नहीं होता, वह काम फिर से शुरू नहीं करेगा।
इसके कारण प्रोजेक्ट पर काम करने वाले 2000 पाकिस्तानी बेरोजगार हो गए हैं। यह घटना पाकिस्तान और चीन के बीच संबंधों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालेगी। 2021 में दासू बाँध में हुए एक हमले में 9 चीनी नागरिक मारे गए थे। 2022 में चीन के तीन नागरिकों को एक महिला आत्मघाती हमलावर ने मार दिया था। यह घटनाएं पाकिस्तान में चीन के नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं। बता दें कि 1530 मेगावाट क्षमता बिजली पैदा करने वाला यह प्रोजेक्ट 2026 तक पूरा होना है। इसके लिए विश्व बैंक और एशियन बैंक फंड दे रहा है। इस प्रोजेक्ट पर चीन के इंजीनियर और मैनेजर काम करते हैं।
यह घटना पाकिस्तान के लिए चिंताजनक है, क्योंकि चीन से उसके रिश्ते पहले से ही तनावपूर्ण हैं। यह देखना बाकी है कि PCCC कब काम फिर से शुरू करेगा और इस घटना का पाकिस्तान और चीन के बीच संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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