इस्लामाबाद: हाल में पनामागेट मामले को लेकर पाकिस्तान की राजनीतिक प्रणाली पर इसका बेहद बुरा असर हो रहा है. जिसके चलते पाकिस्तान की सेना में भी इसको लेकर हलचल मची हुई है. जिसको लेकर पाक सेना के कई शीर्ष अधिकारी चीन का दौरा कर रहे हैं, वही चीन को अपना प्रोजेक्ट सीपीइसी (चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर) खतरे में नजर आ रहा है. जिसके चलते चीन भी इस मामले को लेकर चिंतित है और पाकिस्तान को साफ तौर पर कह दिया है कि जेआइटी को किसी भी परिस्थिति में सीपीइसी को विफल करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए.
पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाज्वा ने मार्च में बीजिंग की यात्रा की थी और वहां के राजनीतिक व सैन्य नेतृत्व के सामने सीपीइसी की सुरक्षा को लेकर पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई थी. पाक सेना के वरिष्ठ अधिकारी चीनी नेतृत्व को इस बात का आश्वासन देते आ रहे हैं कि पनामागेट मामले का सीपीइसी पर कोई असर नहीं पड़ेगा, किन्तु चीन ने अपनी तरफ से दृढ़तापूर्वक पाक सेना से कह दिया है कि जेआइटी को किसी भी परिस्थिति में सीपीइसी को विफल करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए.
बता दे कि हजारों करोड़ों के भष्ट्राचार के पनामागेट मामले में पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनका पूरा परिवार फंसा हुआ है. ऐसे में उनकी सत्ता भी जा सकती है.
पाकिस्तान ने किया सीज़फायर का उल्लंघन
विरोध के बावजूद इस्तीफा नहीं देंगे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ
बौखलाए पाकिस्तान ने अब गांवों पर की गोलीबारी
कैंसर ग्रस्त पाकिस्तानी महिला ने सुषमा स्वराज से की भारतीय वीज़ा की अपील
मोदी के इजराइल दौरे से वीना मलिक को पड़े दौरे...