बीजिंग: चीन की गिनती उन देशों में होती है, जो कब क्या कर दे, उसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता. आविष्कार के मामले में चीन का कोई सानी नहीं है. अब चीन ने जो काम किया है वह आने वाले वक़्त में दूसरे देशों के लिए मिसाल बनेगा. चीन ने विश्व की पहली ऐसी ट्रेन सेवा शुरू की है जो पटरियों पर नहीं, बल्कि सड़कों पर बने वर्चुअल (आभासी) ट्रैक पर दौड़ती है.
पूरी तरह सेंसर पर आधारित यह ट्रेन सिचुआन प्रांत के यिबिन शहर में लगभग 17.7 किमी का सफर तय करती है. दो वर्ष पूर्व इस योजना का खुलासा किया गया था. इसी हफ्ते इस ट्रेन के दरवाजे यात्रियों के लिए खोल दिए गए. चीन ने इसे भविष्य की ट्रेन बताया है. यह ट्रेन 10 मिनट के चार्जिंग में 25 किमी तक चलने की क्षमता रखती है. कंपनी ने इसकी लाइफ 25 वर्ष बताई है. ट्रेन सेवा प्रदान करने वाली कंपनी का दावा है कि आने वाले वक़्त में इस ट्रेन को आसपास के हाई-स्पीड रेल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा.
यिबिन आटटी-वन लाइन ट्रेन में फिलहाल 10 हजार लोग प्रतिदिन यात्रा कर रहे हैं, किन्तु भविष्य में यह आंकड़ा बढ़कर 25 हजार तक पहुंचने का अनुमान है. ट्रैक 12.3 फुट चौड़ा है. इसे सफेद डोटेड लाइनों से पेंट किया गया है. एआरटी या ऑटोनॉमस रेल रैपिड ट्रांजिट नाम की इस रेल प्रणाली को सीआरआरसी कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा डेवलप किया गया है, जो विश्व के सबसे बड़े ट्रेन निर्माताओं में से एक है.
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