विश्व बौद्धिक संपदा संगठन के प्रमुख पद के चुनाव में चीन की उम्मीदवार वांग बाइयिंग को सिंगापुर के डेरेन तांग के हाथों हार का सामना करना पड़ा. यह चुनाव गत चार मार्च को कराया गया था. संयुक्त राष्ट्र से जुड़े इस संगठन का मुख्यालय जेनेवा में है. इसका काम दुनियाभर में बौद्धिक संपदा को बढ़ावा और संरक्षण देना है.
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वर्ष 2018 में डब्ल्यूआइपीओ को नए पेटेंट के लिए दुनियाभर से करीब ढाई लाख आवेदन मिले थे. इस चुनाव में चीन की हार के पीछे पेटेंट और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी यानी आइपी के क्षेत्र में उसके बढ़ते दबदबे को प्रमुख कारण माना जा रहा है. चीन पर अक्सर ही आइपी राइट्स की चोरी के आरोप लगते रहे हैं. पेरिस के थिंक टैंक इंस्टीट्यूट मोंटेंयू के अनुसार, चुनाव में यूएन समर्थित डेरेन को 55 जबकि वांग को सिर्फ 28 मत मिले. डेरेन लंबे समय से यूएन से जुड़े हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यूएन ट्रेड रिप्रजेंटेटिव के दफ्तर ने चीन पर आइपी चोरी करने के आरोपों की सात माह तक जांच की थी. उसने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि चीन की चोरी से अमेरिकी आइपी क्षेत्र को सालाना करीब 600 अरब डॉलर (करीब 44 लाख करोड़ रुपये) तक का नुकसान उठाना पड़ता है.
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