वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के खिलाफ अपने कड़े तेवर के लिए जाने जाते हैं। जब से उन्होंने सत्ता संभाली है चीन के खिलाफ ट्रेड वार छेड़ रखा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्हें चीन पर और टैरिफ नहीं बढ़ा पाने का मलाल है। इससे पहले ट्रंप चीन के साथ चल रहे ट्रेड वार को और आगे ले जाने का संकेत दे चुके हैं। ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती के संकेतों के बीच ट्रंप को जी-7 देशों की बैठक में दुनिया के दूसरे नेताओं के साथ तनाव का सामना करना पड़ रहा है।
ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के साथ लंच के दौरान ट्रंप ने टकराव को लेकर चिंता जताई। लेकिन जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह तनाव को जारी रहने देने के इच्छुक हैं, तो उन्होंने इसका पूरे विश्वास के साथ सकारात्मक जवाब दिया। बाद में व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में बताया गया कि राष्ट्रपति ट्रंप के कथन को गलत समझा गया है।
सचिव ने कहा कि ट्रंप ने केवल सकारात्मक बातों का जवाब दिया था, क्योंकि उन्हें चीन पर और टैरिफ नहीं बढ़ा पाने का अफसोस है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले मंदी की आशंका के बीच ट्रंप, कॉन्फ्रेंस के जरिये दुनियाभर के नेताओं को इकोनॉमी में तेजी लाने के लिए मनाने का प्रयास कर रहे थे। बता दें कि चीन और अमेरिका के बीच काफी तीखा ट्रेड वार चल रहा है। चीनी इकॉनामी इससे बुरी तरह से प्रत्रावित हुई है।
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