चीन। भारत के सिक्किम में चीन पीछे हटने का नाम नहीं ले रहा है बल्कि उसने इस क्षेत्र से भारतीय सेना को हटने के लिए तरह तरह से अपनी बात कही है। चीन चाहता है कि भारत अपनी सेना डोकलाम से हटा ले। चीन ने भारत पर घुसपैठ का आरोप लगाया है जबकि भारत का कहना है कि चीन की बात गलत है। इस मामले में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी व चीनी सेना के वरिष्ठ कर्नल ली ने कहा कि टकराव को टालने हेतु भारतीय सेना को यहाॅं से हट जाना चाहिए।
चीन की सरकार ने इस बात को प्रायोजित किया और कहा कि इस समय प्रोपेगेंडा बन गया, चीन की सेना डोकलाम में जारी तनाव को लेकर सख्त रवैया अपना रही है। कर्नल ली द्वारा कहा गया कि भारतीय सेना द्वारा चीन की जमीन पर अतिक्रमण किया गया। गौरतलब है कि चीन द्वारा कुछ पत्रकारों को दौरे पर ले जाया गया। ये भारतीय पत्रकार थे।
इन लोगों को बीजिंग के बाहरी क्षेत्र में मौजूद एक ट्रेनिंग सेंटर ले जाया गया था। संभावना जताई गई है कि चीन अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने में लगा है। कर्नल ली ने इस दौरान कहा कि पीएलए किस तरह की कार्रवाई करेगा। यह सब भारत के प्रयासों पर ही तय होगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि चीन राष्ट्रपति शी जिनपिंग का आदेश मानेगी। उन्होंने हवाला दिया कि केंद्रीय सैन्य आयोग 23 लाख सैनिकों का हाईकमान है। मिली जानकारी के अनुसार भारतीय पत्रकारों को चीन के गैरीसन क्षेत्र में ले जाया गया। भारतीय पत्रकारों को चीन के युद्ध कौशल को लेकर जानकारी दी गई। यहाॅं पहुॅंचे पत्रकारों को शार्प शूटिंग स्किल्स, शत्रुओं को बंदी बनाने और आतंकवाद का सामना करने के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि किस तरह से प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण दिया जाता है।
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