दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं पर कोरोना वायरस कहर बन कर टूट रहा है. इस वैश्विक महामारी के चलते चीन की अर्थव्यवस्था में पिछले 30 सालों में पहली बार गिरावट आई है. चीन में पिछले साल दिसंबर के आखिर से ही कोरोना वायरस के मामले आना शुरू हो गए थे. इस वायरस की शुरुआत भी चीन के वुहान शहर से ही हुई. जब इसका संक्रमण काफी अधिक फैल गया तो चीन में कई जगहों पर लॉकडाउन किया गया. लॉकडाउन के चलते औद्योगिक गतिविधियों के बाधित होने का ही असर है कि तीन दशकों में पहली बार चीनी अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है.
लाखों के स्मार्टफोन खरीदने के बजाय, यहां करें पैसा निवेश
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था इस साल के पहले तीन महीनों में अर्थात मार्च तिमाही में गिरावट में चली गई है. न्यूज एजेंसी एएफपी द्वारा किये गए एक सर्वे पोल ऑफ इकोनॉमिस्ट्स से यह बात सामने आयी है. सर्वे में इस गिरावट का कारण लॉकडाउन को बताया है. चौदह इंस्टीट्यूट्स के एक्सपर्ट्स का मानना है कि चीनी अर्थव्यवस्था में मार्च तिमाही में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 8.2 फीसद की गिरावट आई है. ऐसा तीन दशकों में पहली बार हुआ है, जब चीनी अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है.
कोरोना के चलते दवाओं की मांग बढ़ी, जानें कैसे चल रहा है उत्पादन
इस मामले को लेकर एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि चीन की पूरे साल की जीडीपी वृद्धि दर 1.7 फीसद रहेगी, जो कि पिछले साल से काफी कम है. अगर यह अनुमान सटीक बैठता है, तो यह साल 1976 के बाद की चीन की सबसे कम वार्षिक जीडीपी ग्रोथ होगी. पिछले वर्ष चीन की जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसद रही थी.
कोरोना से जंग में पूरा साथ दे रही एयरलाइन्स, देश-विदेश में पहुँचाया 4300 टन जरूरी सामान
क्या वाकई महिलाओं के जनधन खातों में जमा राशि वापस ले लेगी सरकार? जानें सच
ओपेक प्लस के इस फैसले ने कच्चे तेल के दाम को बुरी तरह गिरने से बचाया