नई दिल्ली: कल (31 अगस्त) चीन की सेना ने कहां कि वह डोकलाम में अपने क्षेत्र की ‘एक-एक इंच’ की रक्षा करने के लिए सैनिकों की मौजूदगी और गश्त बढ़ाएगी, लेकिन उन्होंने इलाके में सड़क निर्माण को लेकर फ़िलहाल अभी कुछ नहीं कहां है. वही भारतीय सैनिकों ने भी सड़क निर्माण पर रोक लगा रखी थी. जिसकी वजह से दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच गतिरोध शुरू हो गया था, जो कि 73 दिनों तक चला था, वही इस गतिरोध पर 28 अगस्त को ही अंकुश लगा है.
साथ ही आपको यह भी बता दे कि, चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रेन गुओकियांग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, चीन की सेना अपने मिशन और जिम्मेदारियों को निभाना, गश्ती और सैनिकों की तैनाती, राष्ट्रीय सुरक्षा एवं संप्रभुता की रक्षा करना जारी रखेगी. उसके बाद उन्होंने कहां कि, परिदृश्य में बदलावों को देखते हुए हमने अपनी तैनाती को सामजस्य बैठाया है. उन्होंने यह भी कहा कि, चीनी पक्ष डोंग लांग (डोकलाम) में लंबे समय के लिए गश्ती जारी रखेगा ताकि अपनी सीमा को बेहतर ढंग से सुरक्षा की जा सके और इलाके में सैनिकों एवं आम लोगों के जीवन के हालात को सुधारा जा सके.
वही चीन ने एक बार फिर भारत को आड़े हाथो लेते हुए कहां कि भारत को डोकलाम जैसी घटनाओं से भविष्य में बचना चाहिए. इतना ही नहीं चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने नई दिल्ली को सीमा विवाद पर सबक सीखने की भी सलाह दी है. वांग ने कहा कि दो बड़े देशों के बीच मतभेद सामान्य बात है, लेकिन इसे एक किनारे रखकर लंबे समय के समाधान पर काम करना चाहिए.
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