भारतीय सेना और इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस ने केंद्र सरकार को जो जानकारी भेजी है, वह चौंकाने वाली है.केन्द्र सरकार को भेजी गई जानकारी के अनुसार इस साल चीन की सेना ने पूर्वी लद्दाख के संवेदनशील इलाके देपसेंग सेक्टर और बाराहोती मैदानी इलाके में 5 बार हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की है.चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के हेलिकॉप्टर भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसे.
बता दें कि सेना के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जो रिपोर्ट सरकार को भेजी है, उसमे बताया गया है कि इस वर्ष चीनी सेना द्वारा कुल 45 बार अतिक्रमण की कोशिश की गई, जिनमें 5 बार घुसपैठ की घटनाएं भी शामिल हैं. चीनी सेना के हेलिकॉप्टर 8 और 10 मार्च को बाराहोती मैदान के हवाई क्षेत्र में घुसे. जबकि उससे पहले 27 फरवरी को भी दो चीनी हेलिकॉप्टर देपसेंग सेक्टर के हवाई इलाके में दाखिल होकर 10-10 मिनट तक भारतीय हवाई क्षेत्र में उड़ान भरते रहे.
उल्लेखनीय है कि देपसेंग सेक्टर में वर्ष 2013 में भारतीय और चीनी सेना 21 दिनों तक आमने-सामने रही थी. इसके बाद गत वर्ष जून में डोकलाम में करीब दो माह तक गतिरोध बना रहा था. हालात युद्ध तक पहुँच गए थे, लेकिन भारतीय कूटनीति ने न केवल युद्ध को टाल दिया, बल्कि चीन को वार्ता के लिए भी तैयार कर लिया था. लेकिन एक बार फिर डोकलाम में चीन की नीयत ख़राब होती दिखाई दे रही है.चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि डोकलाम चीन का हिस्सा है, क्योंकि हमारे पास ऐतिहासिक संधिपत्र है.
यह भी देखें
चीन की गुप्त यात्रा पर तानाशाह किम जोंग