मॉस्को में देश के डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह तथा चीनी डिफेंस मिनिस्टर के मध्य भेंट चीनी एडमिनिस्ट्रेशन के अनुरोध पर हुई है. सूत्रों के अनुसार, चीनी डिफेंस मिनिस्टर वेई फेंघे ने ही राजनाथ सिंह से भेंट को लेकर उत्सुकता दिखाई. दोनों डिफेन्स मिनिस्टरों के मध्य चर्चा हो सके, इसके लिए चीनी डिफेंस मिनिस्टर वेई फेंघे उस होटल तक पहुंच गए, जहां पर राजनाथ सिंह चर्चा के लिए रुके हुए थे.
वही दोनों रक्षा मंत्रियों के मध्य ये बैठक दो घंटे से अधिक तक चली. सूत्र बताते हैं कि बैठक लंबी चलने का कारण ये रहा कि रक्षा मंत्री ने चीन की तरफ से उठाए गए सभी मामलों का उत्तर दिया, तथा उनके झूठे दावों का भंडाफोड़ कर दिया. साथ ही डिफेन्स मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने विस्तार से चीन के प्रश्नों का उत्तर दिया, तथा विवाद के सभी मसलों पर विस्तार से अपनी राय रखी. साथ ही उन्होंने ही यह भी कहा कि देश अपने अधिकार की एक इंच भूमि भी छोड़ने को तैयार नहीं है, तथा इसकी हर कीमत पर सुरक्षा की जाएगी.
साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत बॉर्डर प्रबंधन की जिम्मेदारी को समझता है, किन्तु अपने देश की संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए हमारे लक्ष्य को किसी भी प्रकार की आशंका से नहीं देखा जाना चाहिए. चर्चा के लिए चीनी डिफेन्स मिनिस्टर की बातचीत की आवश्यकता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि दोनों नेता जब टेबल पर बैठे, तो इस के चलते वेई फेंघे ने कहा कि वे बीते 80 दिनों में 3 बार चर्चा का अनुरोध कर चुके हैं. इसी के साथ दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच चर्चा पूर्ण की गई.
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