बीजिंग: चीन में विंटर ओलंपिक 2022 हो रहा है, जिसे पूरे विश्व के पत्रकार कवर करते हैं। मगर कम्युनिस्ट विचारधारा का पालन करने वाले चीन को लोकतंत्र और मीडिया की आज़ादी रास नहीं आ रही है। बीजिंग में विंटर ओलंपिक कवर कर रहे एक डच रिपोर्टर के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी को कवर करने के दौरान चीन की पुलिस द्वारा डच पत्रकार को जबरदस्ती पकड़ लिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना शुक्रवार (4 फरवरी 2022) की है, जब ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान डच पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग करेस्पॉन्डेंट सोजर्ड डेन दास कवरेज कर रहे थे। रिपोर्टिंग के दौरान एक चीनी गार्ड उन्हें जबरन पीछे धकेलते हुए वहाँ से पकड़कर अपने साथ ले गया। इसका वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में नज़र आ रहा है कि वह अपनी बाँह पर लाल पट्टी बाँध रखी है और मैंडरिन भाषा में कुछ कह रहा था। नॉस न्यूज जर्नल ने सोजर्ड दास को चाइनीच अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने पर कहा कि, 'हमारे पत्रकार @sjoerddendaas को NOS जर्नल में दोपहर 12.00 बजे सिक्योरिटी गार्डों ने कैमरे से बाहर खींच लिया था। दुर्भाग्य से चीन में प्रेस वालों के लिए यह एक डेली रियलिटी बनता जा रहा है। अच्छी बात यह थी कि वो अपनी स्टोरी खत्म कर पाए।'
हालाँकि, आखिर चाइनीज गार्ड ने एक विदेशी पत्रकार के साथ ये बदसलूकी क्यों की, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। डेन दास के साथ यह घटना बर्ड्स नेस्ट स्टेडियम के बाहर हुई थी। यही नहीं तानाशाही व्यवस्था में यकीन रखने वाले चीन के डर का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसने विंटर ओलंपिक के दौरान अंतरराष्ट्रीय एथिलीटों को चीन के आक्रामक, उकसावे, उत्पीड़न और नरसंहार के संबंध में बात नहीं करने का फरमान दिया था। चीन की सरकार को क्रूर करार देते हुए अमेरिका ने भी अपने खिलाड़ियों को वहाँ के मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में बात नहीं करने के लिए आगाह किया है।
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