पटना: बिहार चुनाव से पहले लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) प्रमुख चिराग पासवान सोमवार को अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। वह दादा के श्राद्ध कर्म के लगभग पांच वर्ष पश्चात पिता रामविलास पासवान की अस्थियां लेकर खगड़िया स्थित गांव पहुंचे थे, वहीं कोसी में उन्होंने अस्थि विसर्जन किया। इस दौरान चिराग ने कहा कि चुनावी नतीजे के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ जनाक्रोश है। राज्य इस समय विभिन्न संकटों से जूझ रहा है। शहरबन्नी का विकास नहीं हो पाया, क्योंकि हम सरकार में नहीं थे।
उनके मुताबिक, “17-19 का टर्म छोड़ दें, तो उसके बाद हमें सरकार में रहने का मौका ही नहीं मिला। पापा के जाने के बाद मैं अकेला पड़ गया हूं और कांधे पर पड़ी जिम्मेदारी आ गई है।” इसी के साथ चिराग पासवान ने दावा करते हुए कहा है कि यदि बिहार में भाजपा और लोजपा की सरकार आई, तब ‘सात निश्चय योजना’ की जांच कराई जाएगी। चिराग के पिता का श्राद्ध कार्यक्रम 20 अक्टूबर को पटना में किया जाएगा। सभी सियासी दलों के नेताओं और रामविलास के परिचितों को न्योता भेजा गया था।
पटना में मंगलवार के समारोह के लिए पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और अन्य सियासी नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है। बिहार सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, विपक्षी महागठबंधन में शामिल राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी, उनके बेटे तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेताओं समेत अन्य दलों के नेताओं को न्योता भेजा गया।
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