नई दिल्ली : लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा को जमकर आड़े हाथों लिया है. उन्होंने उपेंद्र के उस बयान पर ापी बात रखी हैं, जिसमे उपेंद्र ने 'खून-खराबे' की बात कही थी.
हाल ही में चिराग ने कहा कि उनके बयान को गंभीरता से लेने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है. खास तौर पर प्रशासन को उनपर इसके लिए नजर बनाए रखनी चाहिए. वे आगे कहते हैं कि'इस तरह के बयान देकर कुशवाहा भावनाओं को आहत करने में लगे हुए हैं और लोगों को भड़काने का काम भी इसकी मदद से कर रहे हैं. हार की हताशा में इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं. कम से कम उपेंद्र कुशवाहा को कुछ भी कहने से पहले 10 बार सोचना चाहिए.'
आपको जानकारी के लिए बता दें कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा आयोजित डिनर में शामिल होने से पहले चिराग पासवान ने अपना बयान दिया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि डिनर डिप्लोमेसी के दौरान सिर्फ औपचारिक मुलाकात ही होगी. ज्ञात हो कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित 36 दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. इसके भी चर्चा हर जगह रही थीं. वहीं एक्जिट पोल पर चिराग पासवान ने बताया कि साफ तौर पर मुझे फक्र है कि मैं राम विलास पासवान का बेटा हूं, जो मौसम वैज्ञानिक के नाम से प्रख्यात हैं. उन्होंने माना कि एग्जिट पोल सही साबित होगा.
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