इन दिनों नेपाल की राजधानी काठमांडू में पानी पूरी (Panipuri) पर प्रतिबंध लग चुका है। जी दरअसल यहाँ बीते कुछ दिनों से हैजा के मामले (Cholera Case in Nepal) बढ़ रहे हैं। अब आज हम आपको बताते हैं कैसे फैलता है हैजा।
क्या है हैजा: हैजा कॉलरा बैक्टीरियम (Cholera Bacterium) नाम के बैक्टीरिया के कारण फैलने वाली बीमारी है, जो दूषित पानी पीने से फैलती है। जी हाँ और हैजा के बैक्टीरिया का संक्रमण होने पर मरीज डायरिया और डिहाइड्रेशन से जूझता है। आपको बता दें कि शरीर में पानी की कमी होने के कारण मरीज की स्थिति तेजी से बिगड़ती है और अगर कई घंटों तक मरीज की स्थिति ऐसी रही तो जान भी जा सकती है।
कैसे पहचानें: एक रिपोर्ट के मुताबिक, चूंकि हैजा के बैक्टीरिया का संक्रमण दूषित पानी से होता है, इसलिए मरीज को पता नहीं चल पाता कि कब उसमें संक्रमण फैल गया। ऐसे में मरीज में घबराहट होना, ब्लड प्रेशर कम होना, हार्ट रेट बढ़ना, उल्टी, दस्त और लो-ब्लड शुगर जैसे लक्षण दिखते हैं। जी हाँ और इस पर नजर रखें और पानी की कमी न होने दें।
क्या है बचाव: बचाव के लिए ऐसी जगहों का खाना और पानी न पिएं जहां साफ-सफाई न बरती जा रही हो। इसके अलावा विशेषज्ञ कहते हैं, इसके मामले सबसे ज्यादा बारिश के मौसम में आते हैं। इसी के साथ नमी के कारण बारिश में इस बैक्टीरिया का संक्रमण फैलने का खतरा रहता है, इसलिए इस मौसम में बाहर खाने-पीने से बचें। इसके अलावा घर में फिल्टर किया हुआ या फिर उबला पानी पिएं। आपको बता दें कि कॉलरा का बैक्टीरिया मरीज के मल के जरिए भी स्वस्थ इंसान को संक्रमित कर सकता है, इसलिए अलर्ट रहें।
हैजा का इलाज: संक्रमण के बाद शरीर में हो रही पानी की कमी को रोककर मरीज की हालत को बिगड़ने से बचाया जा सकता है। जी दरअसल संक्रमण होने पर मरीज में पानी की कमी न होने दें। जल्द से जल्द डॉक्टर के पास ले जाएं।
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