नीदरलैंड के एक चर्च में तक़रीबन 1400 घंटे से लगातार प्रार्थना की जा रही है। इस प्रार्थना का मकसद एक आर्मेनियाई परिवार का देश निकाला रोकना है। प्रार्थना के चलते क्रिसमस पर चर्च में प्रवेश के लिए लोगों को बाकायदा टिकट जारी की गईं।
क्रिसमस के दिन ज्यादा लोग होते है शामिल
जानकारी अनुसार डच कानून की माने तो - प्रार्थना के दौरान पुलिस अफसरों को चर्च में प्रवेश की अनुमति नहीं है। लिहाजा आर्मेनियाई परिवार का देश निकाला रोकने के लिए पादरियों को यह आइडिया आया। बीते 60 दिन से सैकड़ों पादरी और वॉलंटियर प्रार्थना कराने में लगे हुए हैं। बेथल चर्च के प्रवक्ता ने बताया- पूरे नीदरलैंड में प्रार्थनाएं तीर्थयात्रा की तरह होती हैं। लोग इनमें शामिल होना चाहते हैं। क्रिसमस ईव और क्रिसमस के दिन इसमें ज्यादा लोग शामिल होते हैं।
अभी तक चर्च में ही है परिवार
प्राप्त जानकारी अनुसार आर्मेनिया का तम्राज्यान परिवार तक़रीबन 9 साल से हेग में रह रहा है लेकिन उनके राजनीतिक शरण की अपील खारिज कर दी गई। डच मंत्री ने परिवार को नीदरलैंड में बनाए रखने के लिए अपनी विवेकाधीन शक्तियों का इस्तेमाल नहीं किया। अपील खारिज होने के बाद तम्राज्यान परिवार को 25 अक्टूबर 2018 को देश छोड़कर जाना था लेकिन वे अभी तक चर्च में हैं।
तो क्या ब्रिटेन में उड़ान से पहले होगी पायलटों की टायर्डनेस टेस्ट जाँच?