नई दिल्ली। महात्मा गांधी की हत्या के मामले में नेशनल आर्काईव की वेबसाईट पर वे रिकाॅर्ड साझा करने के लिए कहा जो कि नाथूराम गोडसे के बयान और इस प्रकरण से जुड़े रिकाॅर्ड से संबंधित है। दरअसल इस मामले में केंद्रीय सूचना आयोग ने आदेश जारी किया है। गौरतलब है कि अधिकारी ने कहा कि कोई भी नाथूराम गोडसे और हत्या में शामिल होने वाले अन्य दोषियों से सहमत न हो मगर उनके विचारों को पब्लिक करने से नकारा नहीं जा सकता है।
एक व्यक्ति ने सूचना के अधिकार प्रकरण की चार्जशीट, गोडसे का बयान और अन्य जानकारियां दिल्ली पुलिस से मांगी गई थीं। दरअसल सीआईसी ने इस मामले में कहा कि दिल्ली पुलिस और नेशनल अकाईव द्वारा आपत्ति जाहिर नहीं की गई। दरअसल डाटा के पब्लिक होने से देश को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। मिली जानकारी के अनुसार भारत की स्वाधीनता और हिंदू मुस्लिम एकता को इससे जुड़ी जानकारी सामने रखने पर किसी तरह का खतरा नहीं होने की बात नहीं कही गई होगी।
नेशनल अर्काइव द्वारा आॅफिशियल साईट पर महात्मा गांधी की शहादत से जुड़ी जानकारियों को प्रकाशित करने की अपील की गई। दरअसल नेशनल अर्काइव द्वारा आॅफिशियल साइट पर महात्मा गांधी की शहादत से संबंधित जानकारियां प्रकाशित करने को लेकर नेशनल अर्काइव द्वारा कहा गया है। मिली जानकारी के अनुसार पिटीशन फाईल करने वाले आशुतोष बंसल ने दिल्ली पुलिस से गोडसे की चार्जशीट, उसके बयान व प्रकरण से जुड़ी अन्य जानकारियों की डिमांड की थी।
दरअसल केस से जुड़ा रिकाॅर्ड नेशनल आर्कइव आॅफ इंडिया को भेज दिया गया था। नेशनल आर्काइव द्वारा बंसल से कहा गया कि वे यहां आकर स्वयं जो जानकारियां मांगी गई हैं वे खोज लेें। माना जा रहा है कि यदि नेशनल आर्काईव गोडसे को लेकर जानकारी साझा करता है तो फिर इस मामले में काफी महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं।
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