मंगलुरु: कर्नाटक सरकार (Karnataka government) ने दलित कार्यकता पी डीकैय्या (P Deekaiah) के मौत मामले में अब CID जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। जी हाँ और इस बारे में जानकारी आधिकारिक सूत्रों के हवाले से जारी की गई है। आपको बता दें कि इस मामले में बीते 6 जुलाई को दक्षिण कन्नड़ जिला स्थित बेल्थनगाडी स्थित अपने घर में बेहोश पाए गए थे और उनके सिर पर चोट के जख्म थे। उसके बाद उन्हें मंंगलुरु के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था हालाँकि वहां 8 जुलाई को उनकी मौत हो गई। उनकी मौत के बाद अंगदान किया गया और फिर शव को उनके पैतृक गांव कानीयूर में दफनाया गया।
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उस दौरान उनके परिजनों ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी और मौत के मामले में संदेह व्यक्त किया था। आपको बता दें कि मृतक दलित नेता के परिजनों ने मामले में CID जांच की मांग की और उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि उचित तरीके से मामले में जांच नहीं की जा रही है। वहीं उसके बाद राज्य सरकार ने 4 नवंबर को अपने आदेश में बेलथनगाडी पुलिस से मामले की फाइल CID को सौंपने की बात कही। आपको बता दें कि इसके अलावा बीते सितंबर माह में कर्नाटक में ही एक दलित युवक का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया था। इन्हें जबरन मुस्लिम बनाने का मामला सामने आया था।
वहीं दलित युवक ने कहा, इस क्रम में उसका 'खतना' किया गया और इच्छा के खिलाफ बीफ खाने के लिए मजबूर किया गया था। हालांकि पुलिस ने मामले में 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने कहा था कि 28 वर्षीय श्रीधर गंगाधर की शिकायत के आधार पर 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दूसरी तरफ मांड्या के रहने वाले गंगाधर ने अपनी शिकायत में कहा कि उसका नाम भी बदलकर मोहम्मद सलमान कर दिया गया।
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