रायपुर: कोरोना वायरस के चलते पूरे देश जहां डर के साये में जीने को मजबूर है वहीं, स्वास्थ्य विभाग की राज्य नोडल एजेंसी ने प्रदेश के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को कोरोना वायरस के संदिग्धों की जांच करने के लिए पत्र लिखा है. इस विभाग ने चीन, मकाउ, सिंगापुर, हांगकांग, ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया, कोरिया, जापान, ईरान, इटली, दुबई, नेपाल और मलेशिया से आने वालों की संपूर्ण जांच के निर्देश दे दिए हैं. इन देशों से लौटे लोगों की भी पूरी जांच करने कहा गया है. संदिग्धों के सैंपल जांच की व्यवस्था रायपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में की गई है. किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण दिखने पर अस्पताल को सैंपल एकत्र कर जांच के लिए एम्स भेजा जाएगा.
आपको बता दे कि अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड एवं आइसीयू की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं. वहीं, कोरोना वायरस की जांच एवं उपचार के संबंध में आइडीएसपी के उपसंचालक डॉ. धर्मेंद्र गहवई से उनके मोबाइल नंबर 9713373165 पर भी संपर्क किया जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी विभागों के सचिवों और कलेक्टरों को कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करने को कहा है. स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी कर दी है. उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों की जानकारी देते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में भी इसकी रोकथाम और नियंत्रण के लिए व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने यह भी निर्देश दिए है कि सभी शैक्षणिक संस्थानों में छात्र-छात्राओं को वायरस संक्रमण से बचाव के उपायों की जानकारी देने को कहा है. उन्हें सही ढंग से हाथ धोने और खांसते-छींकते समय जरूरी सावधानियों जैसे रुमाल, टिशू पेपर, महीन कागज या कपड़ा रखने के बारे में बताने कहा गया है. यह भी निर्देश दिए है कि बीमार होने पर स्कूल नहीं जाने और सार्वजनिक कार्यक्रमों में सम्मलित नहीं होने से संक्रमण रोकने या कम करने के साथ ही फ्लू जैसी दूसरी संक्रामक बीमारियों के रोकथाम में भी मदद मिलेगी.
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