सीटू के प्रदेश अध्यक्ष सी नरसिंह राव ने किसानों के लिए भाजपा की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। नरसिंह ने एक बयान में कहा कि ट्रेड यूनियनों और किसान यूनियनों की सामूहिक लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक केंद्र सरकार निगमीकरण के सिद्धांतों को वापस नहीं ले लेती।
बता दें कि सीटू बुधवार को यहां 'संयुक्त किसान मोर्चा' द्वारा मनाए गए 'ब्लैक डे' को समर्थन दे रहा है। इस चरण में सीटू के प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की कि केंद्र सरकार उन तीन कृषि कानूनों को निरस्त करे, जिनके खिलाफ विभिन्न किसान संघ और संघ पिछले छह महीनों से लगातार विरोध कर रहे हैं। काले झंडे लेकर विरोध में ट्रेड यूनियनों और जन संगठनों के तत्वावधान में जीवीएमसी के पास गांधी प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने वर्तमान महामारी की स्थिति पर भी सवाल उठाया और मांग की कि सरकार संकट की घड़ी में लोगों को बेहतर चिकित्सा देखभाल और वित्तीय सहायता प्रदान करे। इस दौरान कांग्रेस पार्टी कार्यालय में धरना भी दिया गया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष एस वेंकटेश्वर राव, राज्य प्रवक्ता वी श्रीनिवास, पीसीसी सचिव एस सुधाकर और अन्य नेताओं ने 'ब्लैक डे' पर विरोध के निशान के रूप में काला बैज लगाया।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने शांति प्रक्रिया पर हमीदुल्लाह मोहिब के साथ की चर्चा
'टीके की कमी से क्यों जूझ रहा दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश ?' केंद्र से प्रियंका का सवाल
केरल में स्मार्ट किचन योजना के लिए जुलाई तक तैयार हो जाएंगे दिशा-निर्देश: सीएम पिनाराई विजयन