गुवाहटीः सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने लोगों और समूहों में बढ़ रही आक्रामकता को लेकर चिंता जतायी है। चीफ जस्टिस गुवाहाटी उच्च न्यायालय के ऑडिटोरियम की आधारशिला रखने के बाद एक कार्यक्रम में बोल रहे थे । उन्होंने बताया, ह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मौजूदा वक्त में कुछ लोगों और समूहों का ‘‘आक्रामक तथा लापरवाही भरा बर्ताव’’ देखने को मिल रहा है।
’गोगाई ने कहा, ‘‘मुझे आशा है कि इस तरह की घटनाएं अपवाद होंगी और हमारे संस्थानों की मजबूत परंपराएं और लोकाचार इस तरह के स्वेच्छाचारी तत्वों के आक्रामक बर्ताव से उबरने में हमारे हितधारकों की सदैव मदद करेंगे।’ सीजेआई ने कहा कि सरकारी कार्यालयों या प्रतिष्ठानों के विपरीत, अदालतें इसलिए अद्वितीय हैं क्योंकि न्याय के पहिये को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिदिन कई हितधारक जुटते हैं, भले ही वे एक भी आदेश से बाध्य नहीं हों।
उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि देश के कानूनी संस्थान ऐसे 'स्वेच्छाचारी' तत्वों को हराने में सफल रहेंगे। सीजेआई ने बताया,'आज, मैं यह कहने के लिए मजबूर हूं कि न्यायाधीशों और न्यायिक अधिकारियों को इस बात को अवश्य याद रखना चाहिए कि जनता के जिस विश्वास और भरोसे पर हमारी संस्था का अस्तित्व है, वह हमारे आदेशों और फैसलों के आधार पर बना है।’’ चीफ जस्टिस ने कहा, ‘‘नस्ल, धर्म, संस्कृति की यह ऐसी विविधता है जो उच्च न्यायालय और इन क्षेत्रों की अधीनस्थ अदालतों के लिए विशिष्ट चुनौतियां उत्पन्न करती है।’’
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