नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में इस समय राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद की प्रतिदिन सुनवाई हो रही है। CJI रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली संवैधानिक बेंच इसकी सुनवाई कर रही है। CJI गोगोई ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि, 'आज सुनवाई का 39वां दिन है। कल बुधवार को मामले की सुनवाई का 40वां और अंतिम दिन है।'
इससे पहले 26 सितंबर को मुख्य न्यायाधीश गोगोई ने कहा था कि 18 अक्तूबर तक हर हाल में सुनवाई पूरी करनी होगी। CJI रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय बेंच ने स्पष्ट किया था कि सभी पक्ष समयसीमा में अपनी दलीलें पूरी कर लें। कोर्ट का कहना है कि हमें फैसला लिखने में चार सप्ताह लगेंगे, इसलिए निर्धारित समय सीमा को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। कानून के जानकारों का मानना है कि दोनों पक्षों को ये न लगे कि सुनवाई के लिए समय आगे बढ़ाया जा सकता है, इसलिए सुप्रीम कोर्ट को एक बार फिर अपनी बात दोहरानी पड़ी थी। सीजेआई ने दोनों पक्षों को साफ़ कह दिया है कि जो भी करना है इसी समय सीमा में करना होगा।
26 सितंबर को सुनवाई आरंभ होते ही सबसे पहले CJI रंजन गोगोई ने अपनी प्रतिक्रिया रखी। उन्होंने कहा था कि इस मामले की सुनवाई 18 अक्तूबर तक पूरी होना आवश्यक है, क्योंकि इसके बाद चार सप्ताह में हमें फैसला देना है। अगर हम ऐसा कर पाए तो यह चमत्कार से कम नहीं होगा। आपको बता दें कि CJI गोगोई 17 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ऐसे में वह चाहते हैं कि इस मामले का फैसला उनके कार्यकाल में हो जाए।
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