नई दिल्ली : आमतौर पर पक्ष और विपक्ष में परस्पर पत्राचार होता रहता है, लेकिन किसी अहम विषय पर विपक्ष की नेता कोई ख़त लिखे तो वह खास बना जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखी चिट्ठी के साथ. इस ख़त में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण वाला विधेयक संसद में जल्द पारित कराने की मांग की गई है.
बता दें कि प्रधानमंत्री को कल लिखे एक पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा कि राज्यसभा ने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का विधेयक 9 मार्च, 2010 को ही पारित कर दिया गया है, किंतु यह लोकसभा में किसी न किसी कारण से लंबित है. इसलिए आपसे अनुरोध है कि लोकसभा में आपकी पार्टी को, जो बहुमत प्राप्त है, इसका लाभ लेते हुए विधेयक को जल्द पारित कराएं . यही नहीं इस पत्र में सोनिया गांधी ने आश्वस्त किया है, कि वे इस विधेयक को पारित कराने में पूरी मदद करेगी.
उल्लेखनीय है कि संसद में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण का बिल 2010 में पास करा लिया गया था, लेकिन लोकसभा में समाजवादी पार्टी, बीएसपी और राष्ट्रीय जनता दल जैसी पार्टियों के भारी विरोध के कारण यह बिल तब पास नहीं हो सका था. इस कारण दलित और पिछड़े वर्ग की महिलाओं के लिए अलग से आरक्षण की मांग की जा रही है. अब देखना यह है कि सोनिया गाँधी की इस चिट्ठी का पीएम मोदी क्या जवाब देते हैं.
जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें
बिहार में कांग्रेस पर गहराया राजनीतिक संकट, सोनिया ने की बैठक
पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर कांग्रेस ने जताया विरोध, पीएम मोदी की हुई आलोचना