जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में मंगलवार को दिवाली मनाने के दौरान हुए विवाद से माहौल गर्म हो गया। जानकारी के अनुसार, विश्वविद्यालय के कुछ छात्र 'जामिया दीपोत्सव 2024' कार्यक्रम के तहत रंगोली बनाकर और दीपक जलाकर दिवाली मना रहे थे। इसी दौरान बाहर से कुछ लोग आए और उन्होंने इस कार्यक्रम का विरोध किया। उन पर आरोप है कि उन्होंने गाड़ी चढ़ाकर दीपक तोड़ दिए और रंगोली को भी खराब कर दिया। विवाद इतना बढ़ गया कि मारपीट की नौबत आ गई और कुछ छात्रों को चोटें आईं।
शांतिपूर्ण शुरुआत, फिर हंगामा: जामिया मिल्लिया के पीएचडी छात्र अभिषेक श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि विश्वविद्यालय दिवाली अवकाश के लिए बंद होने वाला था, इसलिए छात्रों ने एक छोटा सा दिवाली कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया। इस कार्यक्रम में दीपक जलाने और रंगोली बनाने के साथ मिठाई भी बांटी जा रही थी। यहां तक कि कुछ मुस्लिम छात्रों ने भी इस आयोजन में हिस्सा लिया। विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने दीपक जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की थी। सब कुछ शांतिपूर्वक चल रहा था जब तक कि हंगामा नहीं हुआ।
अचानक आया हंगामा: करीब 6:30 बजे कुछ छात्रों और बाहरी लोगों ने अचानक आकर कार्यक्रम में खलल डालना शुरू कर दिया। आरोप है कि उन्होंने दीपक तोड़ दिए, रंगोली खराब कर दी और महिलाओं पर अभद्र टिप्पणियां कीं। यहां तक कि महिलाओं को खास तरह के कपड़े पहनने के लिए भी कहा गया। आरोपितों ने 'फलिस्तीन जिंदाबाद' के नारे भी लगाए, जिससे माहौल और ज्यादा बिगड़ गया।
कॉलेज प्रशासन की चुप्पी: छात्रों का कहना है कि जब यह घटना घटी, तब विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर और अन्य अधिकारी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने कोई हस्तक्षेप नहीं किया। छात्रों के विरोध करने पर मारपीट भी की गई। घटना के बाद छात्रों में रोष है, और विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है।
पुलिस की देर से पहुंच: मामला बढ़ता देख छात्रों ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने मौके पर आकर विवाद को शांत करने का प्रयास किया और आरोपितों को वहां से हटा दिया। हालांकि, पुलिस देर से पहुंची, जिससे छात्रों की नाराजगी और बढ़ गई।
पूर्व छात्रों की प्रतिक्रिया: जामिया के पूर्व छात्र सत्य प्रकाश मिश्रा ने कहा कि इस तरह की घटनाएं विश्वविद्यालय के माहौल को खराब कर रही हैं। गालिब परिसर हमेशा से हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रहा है, लेकिन अब कुछ लोग इसकी पहचान को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे विश्वविद्यालय की गरिमा बनाए रखें और किसी भी तरह की हिंसक कार्रवाई से दूर रहें।
पुलिस का बयान: दक्षिण पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने कहा कि दिवाली के इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों के बीच झड़प हुई थी, लेकिन स्थिति को तुरंत काबू कर लिया गया। पुलिस को अभी तक कोई औपचारिक शिकायत या एमएलसी रिपोर्ट नहीं मिली है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने शिकायत देने से इनकार कर दिया है। इस घटना ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में सांप्रदायिक तनाव का माहौल पैदा कर दिया है, और अब सबकी नजरें विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस की आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।
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