शिमला: हिमाचल प्रदेश में श्रीखंड के निकट समेज और बागी पुल के पास बुधवार (8 अगस्त) रात को भयावह बादल फटने से 45 लोग बह गए। हादसे की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) मौके पर पहुंची और राहत बचाव कार्य शुरू किया। NDRF की 14वीं बटालियन के कमांडेंट बलजिंदर सिंह ने कहा कि बचाव कार्यों में कोई देरी न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए NDRF की टीमों को इस वर्ष हिमाचल प्रदेश में अच्छी तरह से तैयार होकर भेजा गया था।''
मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कहा कि, "इस साल NDRF की टीमों को हिमाचल प्रदेश के दूरदराज के स्थानों पर भेजा गया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बचाव कार्यों में कोई देरी न हो। समेज में बादल फटने की घटना एक बहुत बड़ी आपदा है।" उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह तक 13 शव बरामद कर लिए गए, बाकी की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि, "अभी तक हमने 13 शव बरामद किए हैं। चार शव पहले बरामद किए गए थे। दस और लोग लापता हैं और अभी तक हमें नौ शव मिल चुके हैं। एक व्यक्ति अभी भी नहीं मिला है। हम सुनिश्चित करेंगे कि बचाव अभियान ठीक से चलाया जाए।"
इससे पहले, 7 अगस्त को, मौसम विभाग (IMD) ने राज्य भर में महत्वपूर्ण वर्षा की सूचना दी थी, जिसमें मंडी जिले के जोगिंदर नगर में 24 घंटों में सबसे अधिक 110 मिमी वर्षा हुई थी। IMD हिमाचल प्रदेश के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार को विभिन्न क्षेत्रों के लिए अलर्ट जारी किया गया। डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि, "पिछले 24 घंटों के दौरान मंडी जिले के जोगिंदर नगर में सबसे अधिक 110 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यह भारी बारिश है और सिरमौर जिले में भी भारी बारिश हुई है।" श्रीवास्तव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "राज्य के अन्य हिस्सों में मध्यम बारिश हुई है। पिछले 24 घंटों में लगभग 75 प्रतिशत क्षेत्रों में 30 मिमी से 50 मिमी बारिश हुई है।"
शादी करके लौटी 11वीं की छात्रा के साथ स्कूल वालों ने किया ऐसा सलूक, मच गया बवाल