तिरुवनंतपुरम: केरल में वर्षा का कहर बनकर व्यक्तियों पर बरसी है। दक्षिण एवं मध्य केरल में सर्वाधिक वर्षा के पश्चात् कम से कम अब तक 11 व्यक्तियों की मौत हो गई है। वहीं कोट्टयम एवं इडुक्की जिलों के पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन में कई व्यक्तियों के गुमशुदा होने की आशंका है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि सर्वाधिक वर्षा को देखते हुए 11 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
वही कवाली एवं कोट्टायम में मलबे में गुमशुदा व्यक्तियों के लिए सेना के जवानों द्वारा बचाव अभियान जारी है। प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मुताबिक, कोट्टायम जिले के कूट्टिकल में भूस्खलन से दो और लाश बरामद, मरने वालों का आँकड़ा बढ़कर 11 हो गया। केरल के 11 जिलों तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, कोट्टायम, अलाप्पुझा, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम तथा कोझीकोड में सर्वाधिक वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। नेवी चॉपर पहले से ही INS गरुड़ से वर्षा प्रभावित इलाकों की तरफ राहत सामग्री पहुंचाने का काम कर रहा है। वायुसेना स्टेशन, शंगमुघम में दो वायु सेना हेलिकॉप्टर एमआई-17 स्टैंडबाय पर हैं।
वही इसके साथ ही इंजीनियरिंग तथा डॉक्टर्स के साथ डीएससी केंद्र, कन्नूर से सेना के सैनिकों का एक दल बचाव कार्यों के लिए वायनाड पहुंचा। वहीं, बेंगलुरु से इंजीनियरिंग टास्क फोर्स के जल्द ही वायनाड पहुंचने की उम्मीद है। सेना द्वारा अब तक कुल 3 कॉलम तैनात किए गए। प्रदेश में सर्वाधिक वर्षा से मची तबाही पर केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने कहा, लोगों से वर्षा से बचने के लिए सभी सावधानियां बरतने का आग्रह किया गया है।
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