महाकुम्भ में सीएम भजनलाल ने लगाई आस्था की डुबकी, 8 करोड़ के करीब पहुंची श्रद्धालुओं की संख्या

महाकुम्भ में सीएम भजनलाल ने लगाई आस्था की डुबकी, 8 करोड़ के करीब पहुंची श्रद्धालुओं की संख्या
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जयपुर: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने रविवार को संगम पर डुबकी लगाई और पूजा-अर्चना की। त्रिवेणी संगम में स्नान के बाद उन्होंने प्रसिद्ध लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन किए और प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री शर्मा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "आस्था, भक्ति और एकता के महाकुंभ में संगम पर डुबकी लगाने का सौभाग्य मिला। लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन कर पूरे प्रदेश के लिए सुख, समृद्धि और स्वस्थ जीवन की प्रार्थना की।"  

इसी दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होने आए इटली के श्रद्धालुओं के प्रतिनिधिमंडल से लखनऊ में मुलाकात की। इटली के ध्यान और योग केंद्र के संस्थापक माही गुरुजी ने अपने अनुयायियों के साथ मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट की। महाकुंभ से लौटे श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष रामायण पाठ, शिव तांडव और भजनों की प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं की भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए महाकुंभ को "विश्व संस्कृति का संगम" बताया।  

रविवार सुबह आठ बजे तक 17 लाख से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर चुके थे। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इनमें से 10 लाख कल्पवासी और 7 लाख से अधिक तीर्थयात्री शामिल थे।  3 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ के सातवें दिन तक कुल 77.2 मिलियन (7.7 करोड़) से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। अगले कुछ दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में और वृद्धि की संभावना है, क्योंकि चार प्रमुख शाही स्नान अभी बाकी हैं।  

महाकुंभ में अगला प्रमुख स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर होगा, जिसे दूसरा शाही स्नान कहा जाता है। इसके बाद 3 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा, और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान होंगे। महाकुंभ मेला 26 फरवरी तक चलेगा, और लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। सर्दी और घने कोहरे के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। रविवार को श्रद्धालुओं ने खराब मौसम की परवाह किए बिना मेले में भाग लिया और संगम में डुबकी लगाई।  

प्रयागराज महाकुंभ 2025 में देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं की संख्या और उनकी भक्ति ने इसे एक ऐतिहासिक आयोजन बना दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन मेले को सुचारू रूप से चलाने के लिए सक्रिय है और श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं मुहैया करा रही है।

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