देहरादून: उत्तराखंड में पर्यटन एवं ऊर्जा के क्षेत्र में उत्पादन एवं निवेश बढ़ाने के लिए 3 महीने के अंदर नई नीति बनेगी। बुधवार को ये ऐलान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस लाइन में आयोजित राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में किया। सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन एवं ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इसके अतिरिक्त इन दोनों क्षेत्रों में हमारे पास संसाधनों की भी कमी नहीं है। जहां पर्यटन के लिए हमारे पास तमाम खूबसूरत जगहें उपलब्ध हैं, वहीं जल विद्युत एवं सौर ऊर्जा के लिए भी हमारे यहां पानी और धूप की कमी नहीं है। ऐसे में हमें इस तरफ अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में अधिक निवेश को बढ़ाने के लिए आसान और प्रभावी नीति तीन माह में बनाई जाएगी। वहीं एक सरलीकृत लघु जल विद्युत एवं सौर ऊर्जा नीति भी बनाई जाएगी। इनामी अपराधियों को पकड़वाने वाले व्यक्तियों को पुरस्कृत करने के लिए पुलिस विभाग में एक करोड़ का कोष बनाया जाएगा। 2027 तक सकल घरेलू उत्पाद को दोगुना करने का भी लक्ष्य रखा गया है। उत्तराखंड के आंदोलन का इतिहास एवं लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों को पाठ्य पुस्तकों में सम्मिलित कराने की भी कोशिश की जाएगी।
साथ ही सीएम धामी ने कहा कि युवाओं को सरकारी नौकरी या रोजगार से जोड़ने को सरकार प्रतिबद्ध है। इसके लिए यूकेएसएसएससी की सारी भर्तियां लोक सेवा आयोग को स्थांतरित कर दी गईं हैं। इनमें से लगभग 7 हजार पर भर्ती प्रक्रिया आरम्भ हो चुकी है। जबकि जल्द ही 19 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया आरम्भ की जाएगी। स्वरोजगार एवं निजी क्षेत्र में रोजगार के लिए भी सरकार कई योजना जल्द लाने जा रही है। सीएम धामी ने कहा कि अच्छी शिक्षा के लिए विद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार चाहिए। इसके लिए विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत विद्यालयों की अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण और विस्तार का काम किया जाएगा। शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए रूपांतरण समारोह के तहत हर साल दो सौ विद्यालयों को रूपांतरित किया जाएगा। अगले 5 वर्षों में एक हजार विद्यालयों को सुदृढ़ किया जाएगा। यह कार्य अन्य विद्यालयों में चलाए जा रहे अन्य समारोह से अतिरिक्त तौर पर किया जाएगा।
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